लक्ष्य से पीछे रह गया धान रोपनी
औरंगाबाद। जिले में इस बार धान कि रोपनी लक्ष्य से पीछे रह गया है। समय से बारिश न होने के का
औरंगाबाद। जिले में इस बार धान कि रोपनी लक्ष्य से पीछे रह गया है। समय से बारिश न होने के कारण मदनपुर एवं रफीगंज में धान रोपनी नहीं हो सका। मदनपुर में मात्र 60 प्रतिशत धान रोपनी हो सकी है। जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त विवरण के अनुसार जिले में धान रोपनी 93 प्रतिशत हो पाया है। अगस्त में औसत बारिश 364.8 मिली मीटर होनी चाहिए थी परंतु 19 अगस्त तक मात्र 223.90 मिली मीटर बारिश हुई है। 11, 16 एवं 18 को अच्छी बारिश हुई है। जुलाई माह में औसत से अधिक बारिश हुई थी। इसके विपरीत अधिक बारिश हुई थी। जुलाई माह में औसत बारिश 323.4 मिलीमीटर है जबकि 392.41 मिली मीटर बारिश हुई थी। मई माह में औसत से कम बारिश हुई। मई में 136.1 मिमी की जगह 109.19 मिली मिमी हुई थी। दाउदनगर, बारून, हसपुरा एवं ओबरा प्रखंड लक्ष्य के अनुरुप रोपनी संभव हो सका है। मदनपुर प्रखंड में धान रोपनी अभी तक 40 प्रतिशत पीछे है। जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार इस वर्ष 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर में धान रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लक्ष्य के विपरीत 1 लाख 53 हजार 150 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है। यानि की लक्ष्य का 93 प्रतिशत है। बारुण में 18 हजार हेक्टेयर, ओबरा में 20 हजार, दाउदनगर 13 हजार, हसपुरा में 95 सौ हेक्टेयर भूमि में धान रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया जो हासिल कर लिया गया है। मदनपुर में 95 सौ हेक्टेयर भूमि में धान रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया था, अब तक मात्र 57 सौ हेक्टेयर में रोपनी की गई है। अगस्त माह तक मदनपुर में 1176.80 मिमी की अपेक्षा 446.4 मिमी बारिश हुई है। औरंगाबाद प्रखंड में 15 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 14 हजार 250 हेक्टेयर, गोह में 16 की जगह 14 हजार 400, रफीगंज में 14000 के विरूद्ध 10500, देव में 1000 के विरूद्ध 9800, कुटुम्बा में 16000 की जगह 15200 एवं नवीनगर में 24000 हेक्टेयर के विरूद्ध 22800 हेक्टेयर में धान की रोपनी की गयी है। जिला कृषि पदाधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि जिले में अबतक औसत से कम बारिश हुई है। बारिश कम होने के बावजूद नहरी इलाके में धान रोपनी लक्ष्य के अनुरुप रहा। खेतों में धान की फसल लहलहा रही है।