.. तो यूं ही नहीं गयी पल्लवी की जान
सनोज पाण्डेय, औरंगाबाद
इंजीनियरिंग की छात्रा पल्लवी भारती के हत्या का रहस्य गहराता जा रहा है। मंगलवार को नगर थाना पुलिस ने पल्लवी के कमरा में दो घंटे तक सबूत के लिए तलाशी ली। कमरे में रखे किताब एवं अन्य कागजातों को देखा। तलाशी के दौरान पुलिस ने कमरे से खून लगा कपड़ा बरामद किया है। कपड़ा पर लगे खून की जांच में पुलिस लग गयी है। तहकीकात के दौरान ही यह चर्चा रही कि पल्लवी का पहले रेप हुआ है और बाद में हत्या। पल्लवी का मोबाइल नहीं मिलने से रहस्य और गहरा गया है। नगर थानाध्यक्ष मो. जमीरुद्दीन का मानना है कि अगर पल्लवी खुदकुशी करती तो उसका मोबाइल कमरे में रहता। कमरे से मोबाइल न मिलना कुछ और संकेत करता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पल्लवी मामले में मकान मालिक विष्णु प्रसाद एवं मालकिन से पूछताछ की गयी है। मकान मालिक के दोनों पुत्र गायब है जिस कारण पूछताछ नहीं हो सकी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामले का और खुलासा होगा। जिस स्टाइल में पल्लवी की लाश मिली है उससे यह साफ है कि फांसी लगाकर उसने आत्महत्या नहीं की है। तलाशी के दौरान पुलिस को एक पुराना मोबाइल मिला है। मोबाइल में न सीम है न बैट्री। पुलिस की तलाशी के दौरान पल्लवी के कमरा में डायरी मिली जिस पर उसने अपने हाथों से लिखा है 'अपनी जिंदगी रही तो जरूर पहाड़ों पर चढू़ंगी, और गिरते झरनों में नहाऊंगी।' एनसीसी की छात्रा पल्लवी की कई फाइल फोटो तलाशी के दौरान मिली है। उधर पल्लवी की मां सुधा देवी की हालत खराब होती जा रही है। परिजनों के अनुसार मंगलवार को वह पूरे दिन बेहोश रही। जब होश आता पल्लवी को खोजने लगती। बहरहाल, पल्लवी की मौत से परिजनों के अलावा शहर के लोग सकते में हैं। शायद शहर की यह पहली घटना है जब इंजीनियरिंग की छात्रा पल्लवी की संदेहास्पद मौत हुई है।
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