बच्चों का हमर्दद बनेगा एसएनसीयू
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : सदर अस्पताल परिसर में करोड़ों की लागत से बना एसएनसीयू जिले के लिए मील
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद :
सदर अस्पताल परिसर में करोड़ों की लागत से बना एसएनसीयू जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगा। दो दिन पूर्व उद्घाटन के बाद एसएनसीयू प्रभावी रूप से कार्य करने लगा है। शनिवार को नेहुटा गांव निवासी सतीश कुमार सिंह के जुड़वा बच्चों का इलाज करने के लिए भर्ती कराया। दूधिया रोशनी एवं हाइटेक मशीन देख मरीज के परिजन एक पल के लिए विश्वास भी नहीं हो रहा था कि ऐसी व्यवस्था सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है। आमतौर पर जन्म लेने के बाद कमजोर बच्चों को इलाज के लिए शीशा में रखना होता है। अब तक जिले के किसी भी अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध नहीं था। निजी क्लीनिक में जाने पर मरीजों का आर्थिक शोषण होता था। एक बच्चे पर एक दिन में दो से पांच हजार रुपये खर्च होता था। सदर अस्पताल में यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य प्रबंधक
स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि मगध, शाहाबाद रेंज में यह पहला सरकारी अस्पताल है जहां एसएनसीयू की सुविधा है। इससे अन्य जिले के मरीज भी लाभान्वित होंगे। एसएनसीयू में चार विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती की गई है जिन्हें दिल्ली में प्रशिक्षण दिलाया गया है। यहां कार्यरत नर्स को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिलाया गया था। अब तक यह सुविधा मेडिकल कालेज में ही उपलब्ध थी। इसका यूनिट खुलने से हर तबके के मरीज लाभान्वित होंगे।