सिंचाई के प्रति राज्य सरकार का रवैया उदासीन
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : सांसद सुशील कुमार सिंह ने बुधवार को सोननदी पर बने इंद्रपुरी बराज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सांसद ने बताया कि राज्य सरकार एवं सिंचाई विभाग के अभियंताओं की उदासीन रवैया के कारण बराज की हालत दयनीय है। बराज के जलजमाव क्षेत्र का 50 प्रतिशत हिस्सा मिट्टी एवं बालू से भरा पड़ा है। टापू बन गया है। मिट्टी एवं बालू पर पेड़ पौधे उग गए हैं। शिल्ट भरे होने के कारण बराज को जितना पानी स्टाक करने की क्षमता है नहीं हो पाता है। जलजमाव का क्षेत्र कम होने के कारण नहरों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। सांसद ने कहा कि जब मुख्य अभियंता से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि बराज में पानी संचय की कितनी क्षमता है। बराज के जीर्णोद्धार एवं सफाई के लिए कोई प्लान बनाए जाने के सवाल पर मुख्य अभियंता द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कोई प्लान अथवा रिपोर्ट नहीं बनाया गया है। तत्कालीन मुख्य अभियंता के द्वारा एक रिपोर्ट बनाया गया था और राज्य सरकार को भेजा गया है। सांसद ने कहा कि रिपोर्ट पर अब तक कार्रवाई नहीं होना यह दर्शाता है कि राज्य सरकार सिंचाई के प्रति गंभीर नहीं है। जिले के तमाम नहरों की हालत जर्जर है। अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच पाता है। किसानों का मेहनत प्रत्येक वर्ष बेकार चला जाता है। सांसद ने कहा कि बराज की सफाई एवं नहरों की मरम्मत कराने की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री एवं सिंचाई मंत्री से इस दिशा में कार्रवाई करने की मांग की है।