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महासंग्राम को देखने को टीवी से चिपके रहे लोग

क्रिकेट के दीवानों की दीवानगी रविवार को सिर चढ़कर बोली। दरअसल दो चीर प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच यह मुकाबला था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Jun 2017 10:59 AM (IST)Updated: Mon, 19 Jun 2017 10:59 AM (IST)
महासंग्राम को देखने को टीवी से चिपके रहे लोग

अरवल। क्रिकेट के दीवानों की दीवानगी रविवार को सिर चढ़कर बोली। दरअसल दो चीर प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच यह मुकाबला था। वैसे तो क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें खासकर समाज के हर वर्ग के लोगों की दीवानगी देखी जाती है। उस पर भी जब बात इंडिया और पाकिस्तान की हो तो क्रिकेट के दीवानों के क्या कहनें। रविवार को मैच देखने के लिए हर तरफ एक अलग बेचैनी थी। इंडिया के समर्थकों को विश्वास था कि यह मैच तो इंडिया हर हाल में ही जीतेगी। महासंग्राम को देखने के लिए लोग टीवी से चिपके रहे। हालांकि रविवार होने से नौकरी पेशा करने वाले लोग छुट्टी मनाते हैं। तकरीबन सभी नौकरी पेशा वालों ने अपना कार्यक्रम रद कर दिया और वे लोग भी इस मुकाबले को देखने में डटे रहे। सुबह से ही इस मुकाबले को देखने के लिए खेल प्रेमियों में बेचैनी थी। सड़कों पर भी अन्य दिनों की तरफ भीड़ भाड़ नहीं थी। कभी कुछ देर के लिए बिजली गुल होती थी तो लोग विद्युत विभाग को कोसते थे। दुकानों में भी लोग टीवी पर ही चिपके हुए थे। क्रिकेट के युवा दीवानों का क्या कहना। वे लोग तो इस मैच को देखने के लिए चंदा इकट्ठा कर जेनरेटर तक का इंतजाम कर रखे थे। उन्हें उम्मीद थी कि कहीं बीच में ही बिजली उन्हें धोखा न दे दे। कई दीवानों को तो यह पक्की उम्मीद थी कि जीत भारत की ही तय है। इस मकसद से वे लोग जश्न की तैयारी कर रखे थे। उनका दिल धड़क रहा था। कुछ लोगों का कहना था कि क्रिकेट के खेल में कुछ भी कहना मुनासिब नहीं है। क्योंकि इस खेल को अनिश्चितता का खेल माना जाता है।


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