सीधी बुआई की तकनीक अपनाए किसान
अररिया। सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र अररिया में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की सातवीं बैठक
अररिया। सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र अररिया में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की सातवीं बैठक आयोजित की गयी। जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र के प्रशिक्षण प्रत्यक्षण तथा आन फार्म ट्रायल की समीक्षा व फसलों आदि पर वैज्ञानिकों को उचित सलाह दी गयी। विगत एक वर्षो में कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर एक कृषक प्रश्नोत्तरी किताब का विमोचन भी किया गया। इस दौरान 20 प्रशिक्षणार्थियों को सिलाई, कढ़ाई का प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र भी वितरण किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डा. आरएन ¨सह सह निदेशक प्रसार शिक्षा कृषि विवि सबौर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संस्था का कार्य प्रगति प्रतिवेदन कार्यक्रम समन्वयक डा. बीके मंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर नाबार्ड अररिया ने सहयोग का वादा किया और समेकित कृषि एवं मौसम पर बदलाव पर कार्य करने की सलाह दी।
बैठक में खरीफ की प्रमुख फसल धान की सीधी बुआई के तकनीक को अपनाने के लिए जिले में प्रसारित करने का निर्देश दिया गया। वैज्ञानिक किसानों से मिले तथा उन्हें इस बारे में खेती किए जाने की उचित सलाह दे। साथ ही जिले में मक्का व मुंगफली की खेती पर अनुसंधान किए जाने की चर्चा हुई। वहीं वैज्ञानिकों ने भी जिले में होने वाली फसल के बारे में अपने अपने विचार प्रस्तुत किए जिस पर आरएन ¨सह ने उससे हानि व लाभ होने के बार में बताया। जिले में वर्ष में धान की खेती दो बार होती है। कैसे उत्पादन बढ़े इस पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी। धान में लगने वाले कंडुआ रोग पर चर्चा करते हुए डा. आरएन ¨सह ने कहा कि वैज्ञानिक अभी तक किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचे पाए है। साथ ही ¨भडी, फूलगोभी पर बोरान नामक रासायनिक दवा प्रयोग किए जाने पर इसके असर के बारे में वैज्ञानिकों को विस्तृत रूप से समझाया। साथ ही मछली पालन सहित साग सब्जी, जूट आदि के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक में अररिया जिला मक्का और मुंगफली की खेती पर अनुसंधान किए जाने की सलाह दी। साथ ही एक वैज्ञानिक ने अपनी बात रखते हुए बताया कि जिले के फारबिसगंज व कुसियारगांव के चातर में मिर्च की खेती व्यापक पैमाने पर होती है।
मौके पर उपस्थित डा. आरएन ¨सह सह निदेशक प्रसार शिक्षा बिहार कृषि विवि सबौर भागलपुर, जिला विकास प्रबंधक सावन प्रकाश नाबार्ड, जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त कुमार सिन्हा, परियोजना निदेशक आत्मा संजय कुमार, लाल बहादुर साकी जिला मत्स्य पदाधिकारी, कृषक प्रतिनिधि डा. संजीवानंद ठाकुर, हरी मोहन झा, प्रमिला देवी, विभा रानी, पंकज कुमार सिन्हा, सिखा चौधरी, जावेद इद्रीश, आरके जलाज, अनिल कुमार मृदा विज्ञान, वेदानंद झा, सच्चिदानंद ठाकुर, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे। आदि उपस्थित थे। कृषि विज्ञान केंद्र अररिया के कार्यक्रम समन्वयक आदि उपस्थित थे।