भाजपाइयों को कभी नहीं माफ करेंगे बहुसंख्यक
अररिया। जिप अध्यक्ष चुनाव प्रणाली पर क्षेत्रीय सांसद तस्लीमउद्दीन खुलकर बोले। उन्होंने कहा, जिला परिषद क
अररिया। जिप अध्यक्ष चुनाव प्रणाली पर क्षेत्रीय सांसद तस्लीमउद्दीन खुलकर बोले। उन्होंने कहा, जिला परिषद के अध्यक्ष पद पर बहुसंख्यकों की दावेदारी को भाजपाइयों ने मिट्टी में मिला दी । भाजपा के नाम पर दंभ भरने वाले ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं को बहुसंख्यक कभी माफ नहीं करेंगे। यह बातें शुक्रवार को अररिया के सांसद तसलीमुद्दीन ने प्रेस वार्ता में कही है। उन्होंने चुनाव आयोग से परिणाम आने के साथ ही अध्यक्ष या प्रमुख पद का चुनाव संपन्न कराने की मांग की है।
सांसद ने बताया कि अररिया में सांसद, विधायक, प्रखंड प्रमुख एवं नगर परिषद अध्यक्ष पद पर अल्पसंख्यक समाज के लोग विराजमान हैं। उनकी दिली मंशा थी कि कम से कम जिला परिषद अध्यक्ष पद पर बहुसंख्यक की दावेदारी हो। ताकि विकास के साथ समाज में सामंजस्य की भावना बरकरार रहे। लेकिन कुछ भाजपाइयों ने अररिया के विकास एवं सामंजस्य पर कुठाराघात किया है। उन्होंने बिना नाम लिए बताया कि इस कार्य में भाजपा के पूर्व सांसद एवं भाजपा से जुड़े कई परिषद सदस्यों ने अपनी रोटी सेकने के लिए खरीद फरोख्त की राजनीति को बढ़ावा देकर बहुसंख्यकों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। सांसद ने बताया कि पूर्व सांसद ने वैसे लोगों को फिर से मौका दिया जो जिला परिषद अध्यक्ष पद पर दशकों से काबिज हैं। इस कार्य में बिहार सरकार के एक मंत्री ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चुनाव से दो दिन पूर्व अररिया आकर मंत्री ने कई जिप सदस्यों को अपने कब्जे में ले लिया। मंत्री के प्रभाव में आकर जिप सदस्य सही निर्णय नहीं कर सके।
सांसद ने बताया कि अररिया में जिला परिषद के 30 सदस्य हैं। जिनमें 16 सीटों पर बहुसंख्यकों ने जीत दर्ज की है। जबकि 14 सीटों में अल्पसंख्यकों की दावेदारी है। बावजूद अल्पसंख्यक अध्यक्ष पद पर काबिज हो गये। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में भी शाम, दाम, दंड भेद की नीति अपनायी गयी। इसी नीति के कारण ही आज तक जिला परिषद अध्यक्ष पद एक ही घराने के लोग हासिल करते आ रहे हैं जो अररिया के विकास के लिए ठीक नहीं है।
मौके पर सचिव पोलो झा, मो यासीन, जिप सदस्य आसमा खातुन, ¨चपू आलम आदि उपस्थित थे।