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जांच कमेटी पर भारी पड़ा भ्रष्ट कर्मियों व बिचौलियों का प्रभाव

अररिया। कुदरत के कहर से मुसीबतजदा लोगों के नाम पर राशि लूटने वाले भ्रष्ट कर्मियों व बिच

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Mar 2017 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 11 Mar 2017 10:48 PM (IST)
जांच कमेटी पर भारी पड़ा भ्रष्ट कर्मियों व बिचौलियों का प्रभाव

अररिया। कुदरत के कहर से मुसीबतजदा लोगों के नाम पर राशि लूटने वाले भ्रष्ट कर्मियों व बिचौलियों को इन दिनों राहत मिल गई है। गड़बड़ी की जांच को ले बनी कमेटी की लापरवाही भी अब लोगों की जुबान पर तैरने लगी है। हैरत की बात तो यह है कि बाढ़ आपदा वितरण राशि में भारी अनियमितता को लेकर जांच कमेटी बनायी गयी थी। उसे एक से 15 फरवरी बीच जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया था। शुरूआती दौर में कुछ पंचायतों में जांच भी शुरू हुई। परंतु मामले को धीरे-धीरे ढंडे बस्ते में डाल दिया गया। एक माह बीत जाने के बाद भी जांच पूरी नहीं हुई है। इस कारण लोगों में जांच की बात को ले जितने मुंह उतनी बात होने लगी हैं। लोग तो यह भी कहने लगे हैं कि जांच टीम के अधिकारी पर भ्रष्ट कर्मी व बिचौलिए भारी पड़ गए। यह जांच कभी पूरी नहीं हो पाएगी।

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-क्या है मामला

जनवरी माह में हुई जिला परिषद की बैठक में वर्ष 2016 में आई प्रलयकारी बाढ़ में हजारों लोग घर बेघर हो गए थे। पीड़ितों के नाम पर करोड़ों की राशि वितरण की गई थी। परंतु कुछ भ्रष्ट कर्मियों व बिचौलियों की मिलीभगत से राहत वितरण राशि की जमकर बंदरबांट करने का आरोप सदस्यों ने लगाया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिप अध्यक्ष आफताब अजीम उर्फ पप्पु अजीम ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की कमेटी गठन कर पंचायत वार जांच का प्रस्ताव लिया गया था। इस संबंध में आदेश भी निर्गत किए गए थे।

- 1से 15 फरवरी तक दिया गया था जांच का आदेश

जिप अध्यक्ष पप्पू अजीम ने पांच सदस्य टीम को एक से 15 फरवरी तक पंचायत वार जांच पूरी कर रिपोर्ट सौपने का निर्देश दिया गया था। जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई। जांच के क्रम में अनियमितता भी उजागर होने लगी थी। कई नाबालिग तथा एक ही परिवार के कई व्यक्तियों के नाम से राशि निकाल निकाली गई थी। इतना ही नहीं, जोकीहाट की एक पंचायत में कई लोगों के नाम से राशि निकासी की गई थी जो उस वार्ड के निवासी भी नहीं थे। वहीं जांच टीम के एक सदस्य पर जान लेवा हमला भी कर दिया गया था।

- सर्वे टीम को भेजा गया था स्पष्टीकरण

शुरूआत जांच के क्रम में यह बातें भी खुलकर समाने आई थी कि राहत वितरण अनुदान राशि वितरण में जमकर धांधली बतरती गई थी। इसे लेकर सर्वे टीम के सदस्यों से स्पष्टीकरण भी पूछा गया था। लेकिन इस मामले में अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।

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कोट-

जांच में लापरवाही बरती जा रही है। समय सीमा के भीतर सभी प्रखंडों की जांच रिपोर्ट अबतक सौंपी नहीं गई है। इस संबंध पमें विभाग को भी पत्र लिखा गया है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आफताब अजीम उर्फ पप्पू अजीम, जिप अध्यक्ष, अररिया


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