सांसद के अंगरक्षक ने रोका पुल निर्माण का काम
अररिया के सांसद तस्लीमुद्दीन के बार्डीगार्ड ने परमान नदी के तिरसुलिया घाट पर हो रहे पुल निर्माण कार्य को रोक दिया। इस मामले पर उसे हिरासत में लेने के बाद उसे छोड़ दिया गया।
अररिया [जेएनएन]। परमान नदी के तिरसुलिया घाट पर हो रहे पुल निर्माण कार्य को अररिया सांसद तस्लीमुद्दीन के अंगरक्षक ललन कुमार ने शनिवार को रोक दिया। इसके बाद देर रात तक हाई प्रोफाइल ड्रामा चलता रहा। एसपी सुधीर कुमार पोरिका के निर्देश सदर थाना की पुलिस ने अंगरक्षक को हिरासत में लिया, लेकिन रात में नौ बजे के करीब ठेकेदार आरोप से मुकर गए। इसके बाद अंगरक्षक को मुक्त कर दिया गया।
क्या है मामला
परमान नदी के तिरसुलिया घाट पर 15 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है। काम 2015 में ही पूरा होना था, लेकिन अभी यह निर्माण जारी है। कोशकीपुर एवं आसपास के ग्रामीण निर्माण कार्य में सुस्ती तथा घटिया सामग्री के प्रयोग की शिकायत लगातार सांसद के पास कर रहे थे।
ग्रामीणों की शिकायत पर सांसद ने तिरसुलिया घाट पर पहुंचकर ठेकेदार को खोजने का प्रयास किया, लेकिन वहां कोई ठेकेदार नहीं मिला। इसके बाद सांसद ने अपने अंगरक्षक को काम पर निगरानी रखने का आदेश दिया। अंगरक्षक ने निर्माण स्थल पर घटिया बालू और गिट्टी का प्रयोग होते देखा तो उसने काम रोकवा दिया।
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प्राथमिकी दर्ज करवाने से मुकरे ठेकेदार
काम रुकने की सूचना पर शनिवार को अररिया पहुंचकर ठेकेदार ज्ञान रंजन एवं प्रकाश कुमार ने अंगरक्षक को बुलाकर काम रोकवाने का कारण पूछा। इसी क्रम में दोनों के बीच कहासुनी हो गई। इसी बीच दोनों ने अंगरक्षक द्वारा विवाद करने की सूचना एसपी को दे दी। एसपी के निर्देश पर सदर थाना पुलिस ने अंगरक्षक को हिरासत में ले लिया। रात के लगभग नौ बजे दोनों ठेकेदार अंगरक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग से ठेकेदार मुकर गए।
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क्या कहते हैं अंगरक्षक
ललन का कहना है कि सांसद के निर्देश पर वे काम देखने गए थे। घटिया काम होते देखा तो उन्होंने काम रोकने कहा। घटना के दिन मुंशी ने ही उन्हें बुलाया था। जब वे वहां गए तो ठेकेदार ने उनके साथ अभद्रता की।
क्या कहते है सांसद
सांसद तस्लीमुद्दीन ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा पुल निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग करने की लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत के बाद अंगरक्षक को निगरानी करने के लिए कहा था। अंगरक्षक का घर भी उसी क्षेत्र में है।
सांसद का भी कहना है कि निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों संवेदक बिहार सरकार के एक मंत्री के रिश्तेदार हैं। मंत्री के रिश्तेदार होने के कारण ही वे पुल निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर रहे हैं।
क्या कहते हैं एसपी
एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि अंगरक्षक पटना जिला पुलिस बल में पदस्थापित है। उसका काम पुल निर्माण कार्य को देखना नही है। उसके विरुद्ध पटना जिला पुलिस के अधिकारियों को लिखा गया है।
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