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..और भटकती रूहों को कब मिलेगा इंसाफ

अररिया। सदर थाना क्षेत्र के गोढ़ी चौक के निकट ईंट भट्टा के निकट मिली मृत युवती कहां की रहने वाली है।

By Edited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 12:19 AM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 12:19 AM (IST)

अररिया। सदर थाना क्षेत्र के गोढ़ी चौक के निकट ईंट भट्टा के निकट मिली मृत युवती कहां की रहने वाली है। किसने उसकी निर्मम हत्या कर शव को लाकर फेंका? अररिया फारबिसगंज फोरलेन सड़क किनारे तीन माह पूर्व मिला युवक का शव कहां लाया गया था? क्या इनकी भटकती रूहों को शांति मिलेगी? ऐसे कई सवाल है जो अररिया पुलिस के अनुत्तरित है। भले ही पुलिस पदाधिकारी ऐसे सवालों को ढूंढने में आज भी लगे हैं। लेकिन पुलिसिया अनुसंधान के अब तक जो नतीजे सामने आये हैं, उससे सवालों का जवाब तो मिलना दूर, अज्ञात शव की शिनाख्त होना भी मुश्किल प्रतीत होता है।

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शिनाख्त के लिए वायरलेस ही एक मात्र साधन

अज्ञात शवों के शिनाख्त के लिए अररिया पुलिस को एक मात्र साधन वायरलेस है। शव मिलने के साथ आसपास के थाना क्षेत्रों में पुलिस वायरलेस प्रसारित कर प्रतीक्षा की सूची में शामिल हो जाती है। जबकि वायरलेस में तीन दिनों तक कोई जवाब नहीं आने के बाद पुलिस को शव की तस्वीर आसपास के जिला में प्रसारित करना होता है, लेकिन अररिया पुलिस आज तक किसी भी अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए न तो तस्वीर प्रेसित करती है और न ही कोई टीम का गठन किया जाता है।

ज्ञात शवों का भी नहीं खुलता है रहस्य

अज्ञात शवों की बात छोड़ भी दें तो अररिया पुलिस के लिए ज्ञात शवों के रहस्य पर से पर्दा उठाना मुश्किल साबित होता है। हाल के महीनों में हत्या के कई ऐसी घटना घटित हुई, लेकिन पुलिस हत्या के रहस्यों पर से पर्दा उठाने की बात तो दूर हत्यारों को भी गिरफ्तार करने में सफलता नही पाई है।

केस स्टडी - एक

खरैया बस्ती का रहने वाला बिजली मिस्त्री कन्हैया कुमार यादव की चार माह पूर्व किसी मारपीट करने के बाद विष खिलाकर हत्या कर दी। घटना के दूसरे दिन ओमनगर से एक महिला को गिरफ्तार किया कर जेल भेज दिया। पुलिस का भी मानना था कि अकेली महिला मिस्त्री की हत्या नहीं कर सकती है। तो फिर महिला ने हत्या में किस किस का सहयोग लिया? उसकी हत्या कहां की गयी? हत्या के पीछे क्या राज था? आज भी कई ऐसे सवाल हैं जिसको जानने के लिए पीड़ित परिजन अधिकारियों के दरवाजे पर खाक छान रहे हैं? लेकिन न्याय है कि उनके पास भी नही फटक रही है।

केस स्टडी- दो

बैरगाछी ओपी क्षेत्र के कोशकीपुर गांव की रहने वाली 18 वर्षीय युवती शाहिदा अपनी मां के साथ मोहर्रम का मेला देखने के लिए गयी। लेकिन मेला देखने के क्रम में ही वह गायब हो गयी। दूसरे दिन एक विद्यालय परिसर में उसका शव बरामद हुआ। शव बरामदगी के बाद पुलिस जरूरी कार्रवाई करने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने दावा किया था कि हत्यारे को चिन्हित कर लिया गया है। दो दिन के अन्दर हत्यारे को पकड़ लिया जायेगा। लेकिन घटना के आठ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।

केस स्टडी - तीन

पिछले वर्ष अररिया अररिया आरएस ओपी क्षेत्र अन्तर्गत धान के खेत में एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया था। जांच के क्रम में महिला गर्भवती पायी गयी थी। इस घटना के चौथे पांचवे दिन पुलिस ने फिर एक महिला का शव कोर्ट स्टेशन के निकट बरामद की। लेकिन दोनों महिलाओं की हत्या किसने की, हत्या के पीछे क्या राज छूपा था। पुलिस आज तक खुलासा नही कर पायी है। पुलिस यह भी नही जान पायी कि दोनों महिला कहां की रहने वाली थी।

केस स्टडी - चार

डेढ़ वर्ष पूर्व अररिया जोकीहाट मार्ग पर परमान पुल से टंगा पुलिस ने एक महिला का शव बरामद की थी। हत्यारों ने उसकी निर्मम हत्या की थी। हत्या करने से पूर्व उसके शरीर पर गरम पानी डाला गया था। जब शव सड़ गल गया तो उसे परमान नदी में फेंकने का प्रयास किया। लेकिन शव पुल के कील में लटक कर रह गया। इतने दिनों में पुलिस नही जान पायी कि वह महिला कहां की रहने वाली थी। किसने उसकी हत्या निर्दयता से हत्या कर दी?

क्या कहते हैं एएसपी

एएसपी कासिम ने बताया कि हत्या के रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास करती है। लेकिन कई ऐसे भी शवों का मामला सामने आया है जिसकी हत्या कहीं ओर की गयी और उसे अररिया में लाकर फेंक दिया जाता है। ऐसे मामलों में भी पुलिस को गंभीरता बरतने की जरूरत है।


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