पुलिस के लिए शराबबंदी बनी चुनौती
अररिया। सिकटी प्रखंड में शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाना सिकटी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनती जा
अररिया। सिकटी प्रखंड में शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाना सिकटी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है क्योंकि नेपाल से सटे होने के कारण प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में चोरी छिपे नेपाली शराब लाकर बेची जा रही है। हाल ही में बारूदह गांव से सिकटी पुलिस ने मकई के खेत से 28 बोतल नेपाली शराब बरामद किया था, तथा सिकटी कैंप के एसएसबी के जवानों ने 150 बोतल नेपाली शराब के साथ दो व्यक्तियों को पकड़ा था।वहीं नोमेंस लेंड पर भी 157 बोतल नेपाली शराब बरामद किया था। इसके बाद पुलिस ने छापामारी अभियान में बीस बोतल नेपाली शराब के साथ एक व्यक्ति को जेल भेजा। वहीं, एसएसबी के जवानों ने कुछ दिन पहले 70 बोतल नेपाली शराब के साथ एक बाइक को जब्त किया । उप्ताद विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच के क्रम में नेपाल से शराब पीकर आने के क्रम में कई लोगों को जेल भेजा ।बावजूद इसके सिकटी प्रखंड में चोरी छिपे नेपाली शराब लाकर बेचे जा रहे हैं । पूर्ण शराबंदी के कारण सिकटी के चौक - चौराहो पर सन्नाटा पसरा हैयदि लोग शराब पीते भी हैं तो चोरी छिपे ।
वहीं प्रखंड से सटे नेपाल के चौक -चौराहो की रौनक काफी बढ़ गई है । सूत्रों की मानें तो नेपाल के चौक -चौराहे जो शराब पचास रुपए में मिलते थे वह शराब अभी नेपाली चौक -चौराहो पर डेढ से दो सौ रुपए तक में मिलते हैं, वहीं भारतीय क्षेत्र के लोगों की संख्या नेपाली चौक -चौराहो पर शराब पीने के लिए जाते हैं । वहीं यहां बता दें कि पीरगंज से कुचहा तक लगभग 16 किमी भारत -नेपाल सीमा खुले होने के कारण तथा नोमेंस लेंड पर अतिक्रमण के कारण भारतीय क्षेत्र के लोग आसानी से नेपाल के चौक - चौराहो पर शराब पीकर आ जाते हैं । वहीं शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए तथा पियक्कड़ों पर निगहबानी के लिए सीसीटीवी कैमरा भी लगाये गये हैं । इसके अलावा बीडीओ चंदन कुमार चक्रवर्ती द्वारा सभी पंचायतों में में जागरूकता रैली भी निकाली गई । तथा खासकर महिलाओं को जागरूक भी किया गया । लेकिन नेपाल में आसानी से शराब उपलब्ध हो जाने के कारण सिकटी प्रखंड में शराब पर प्रतिबंध लगाना सिकटी प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है ।