तीन दिनों तक जांच के बाद हुआ गड़बड़ी का खुलासा
अररिया। रानीगंज स्थित खाद्य निगम के गोदाम से खाद्यान्न की हेराफेरी का मामला तब प्रकाश में आया, जब जि
अररिया। रानीगंज स्थित खाद्य निगम के गोदाम से खाद्यान्न की हेराफेरी का मामला तब प्रकाश में आया, जब जिलाधिकारी के निर्देश पर अनाज का भौतिक सत्यापन कराया गया। लगातार तीन दिनों तक चली जांच प्रक्रिया के दौरान जब पदाधिकारियों के द्वारा भंडार पंजी व गोदाम में मौजूद खाद्यान की मात्रा में अंतर पाया गया। तब मालूम हुआ कि गोदाम से लगभग चार करोड़ रुपये काअनाज गोदाम से गायब है, जो गंभीर मामला है। इसे लेकर जिला पदाधिकारी ने राज्य खाद्य निगम के सहायक गोदाम प्रबंधक पर एफआईआर के आदेश गबन के आरोप में दिया है।
क्षेत्र के डीलरों को परिवहन अभिकर्ता के माध्यम से खाद्यान मुहैया कराया जाता रहा है। प्रखंड परिसर में बने इस एसएफसी गोदाम का संचालन वर्ष 2014 के अगस्त माह से आरंभ हुआ था। रानीगंज बीसीओ प्रभाष चन्द्र ¨सह को इस गोदाम के सहायक प्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार 04 अगस्त 2016 को दिया गया था। ये उस समय से अब तक इसी पद पर बने रहे। गोदाम में खाद्यानों में हेराफेरी व अनियमितता को लेकर गोदाम को सील करने के बाद शनिवार को हुए भौतिक सत्यापन में 3040 बोरी गेहूं 1050 बोरी चावल मिला था। उसी परिप्रेक्ष्य में रविवार को अररिया डीसीएलआर मो. कलीमुद्दीन अहमद की निगरानी में अनाजों के कराये गये वजन के सत्यापन को लेकर सीओ रानीगंज सतेन्द्र ना. ¨सह ने एसडीओ अररिया को पत्रांक 226 दिनांक 8.2.16 को पत्र दिया जिसमें गोदाम में 1568 ¨क्वटल 64 किलो गेहूं एवं 526 ¨क्वटल पांच किलो चावल होने की बात कहा गया। अधिकारियों ने 13 हजार ¨क्वटल से भी अधिक खाद्यान गोदाम में नही होने की बात दबी जुबान से कहा था। कहा जाता है कि काफी दिनों से गोदाम के खाद्यान के हेराफेरी का खेल चल रहा था जो गत दिनों जांच के दौरान सामने आया है। फिलहाल एसएफसी का गोदाम सील है।