हड़ताल: बैंकों में लटका ताला, छह करोड़ का कारोबार प्रभावित
अररिया। सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियन के आह्वान पर अपनी 12 सूत्री मांगों के
अररिया। सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियन के आह्वान पर अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में बुधवार को एसबीआई की शाखा को छोड़ जिले के अन्य सभी बैंक कर्मियों के हड़ताल पर रहने से करीब छह करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित रहा। हालांकि इस एक दिवसीय हड़ताल में बैंकों के अधिकारी वर्ग शामिल नहीं थे। लेकिन फिर भी बैंकों में कर्मियों के नहीं रहने की वजह से बैंक संबंधि अधिकांश काम काज पूरी तरह ठप रहे। जिसका खामियाजा जिले भर के ग्राहकों को भुगतना पड़ा। इन बैंकों के ग्राहक राशि की जमा व निकासी सहित अन्य जरुरी कार्य भी प्रभावित रहे। खास कर व्यवसायिक वर्ग पर इसका अधिक प्रभाव पड़ा। यही हाल कमोवेश अन्य सभी प्रखंड क्षेत्रों में भी रहा।
इधर, भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में हड़ताल नहीं रहन के कारण ड्राफ्ट, चालान व चेक आदि को जमा करने के लिए उपभोक्ताओं की भारी भीड़ देखी गई। हड़ताली बैंक कर्मियों ने स्टेट बैंक शाखाओं को भी बंद करवाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। जिसका लाभ उपभोक्ताओं को मिला।
एलआईसी कार्यालय में नहीं हुआ कोई काम काज:
इधर, ट्रेड यूनियनों व अपनी मांगों के समर्थन में बीमा कर्मचारी संघ भी हड़ताल पर रहे। भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने भी केंद्र सरकार द्वारा लागू किये जाने वाले मजदूर विरोधी नीतियों के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की। इससे बीमा संबंधी सारे कार्य प्रभावित रहे। इस दौरान हड़ताल पर रहे संघ के अध्यक्ष पवन कुमार गोयल, सचिव संतोष कुमार सिंह, उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार दास, पंचानंद मंडल, सुजय कुमार, फुलचंद ठाकुर, समरेंद्र कुमार दास, रामजन्म सिंह, पंकज व गणेश सहित अन्य ने सरकार की श्रम विरोधी नीतियों एवं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का पुरजोर विरोध किया।
बिजली कर्मचारी भी रहे हड़ताल पर:
ट्रेड यूनियन की हड़ताल के कारण विद्युत कार्यालय के काम पर भी असर पड़ा। कार्यपालक विद्युत अभियंता अजय कुमार ने बताया कि उनके विभाग में कार्यरत कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे, लेकिन चुनाव आदि से जुड़े कार्यो पर इसका असर नहीं होने दिया गया।