सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरुद्ध कर्मियों ने भरी हुंकार
अररिया। कांग्रेस व वाम समर्थित ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को जिले भर में सरकार की श्रम विरोध
अररिया। कांग्रेस व वाम समर्थित ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को जिले भर में सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में बैंक कर्मी एवं राज्य सरकारी कर्मचारी व अराजपत्रित कर्मचारी संघ एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ भी अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन करते हुए हड़ताल पर रहे। इसमें सरकारी कर्मचारी व अराजपत्रित कर्मचारी के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी, संविदा पर बहाल कर्मी, आशा, ममता, कुरियर, एम्बुलेंस चालक, टेकनिशियन, डाटा इंट्री ऑपरेटर एवं पीपीपी मोड में कार्यरत श्रमिक भी शामिल थे। इस दौरान अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष जय शंकर सिंह ने कहा कि सरकार अपनी श्रम विरोधी नीतियों से कर्मचारियों का शोषण करना चाहती है। लेकिन सरकार की इस नीतियों के विरुद्ध हमारा संघर्ष मांगों के पूरा किये जाने तक जारी रहेगा। इस मौके पर संयुक्त मंत्री सह जिलामंत्री सुभाष चंद्र झा, आनंद झा, रणवीर पासवान, जय प्रकाश पासवान, किरण झा, राष्ट्रीय बाल श्रमिक विशेष विद्यालय शिक्षक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्रा, सचिव मुश्ताक आलम एवं उपाध्यक्ष पूनम नंद सहित अन्य शामिल थे।
मुख्य मांगों पर एक नजर :
भारत सरकार अपनी आर्थिक नीति वापस ले
-नये पेंशन योजना को वापस कर पुराने योजना को करे शुरु
-ठेका पर बहाली को बंद कर संविदा पर बहाल कर्मियों की सेवा करे नियमित
-महंगाई पर लगे लगाम
-सभी वर्गो को मिले जविप्र का लाभ
-सातवें वेतन आयोग 2011 से हो लागू
-प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बंद करना