जो हार नही मानता वो बिहार है..
अररिया : हिंदी के प्रख्यात कवि एवं रसावतार पद्मश्री डॉ. सुनील जोगी ने गुरुवार को बिहार की महिमा में
अररिया : हिंदी के प्रख्यात कवि एवं रसावतार पद्मश्री डॉ. सुनील जोगी ने गुरुवार को बिहार की महिमा में भावपूर्ण पंक्तियां प्रस्तुत कर सबका मन जीत लिया। वे अररिया में दैनिक जागरण के बैनर तले आयोजित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन में दर्शकों से रूबरू थे।
डा. जोगी ने हास्य की फुलझड़ियां तो छोड़ी ही, लेकिन जब उन्होंने बिहार की गौरवशाली विरासत का गायन किया तो हाई स्कूल का मुक्ताकाश मंच और आसपास तालियों की गड़गड़ाहट से देर तक गूंजता रहा।
डा. जोगी ने कहा कि गौतम महावीर की वाणी का सार, चाणक्य व चंद्रगुप्त की महिमा अपार है। दिनकर की नेपाली की गूंजती पुकार है जो हार नहीं मानता वो बिहार है। अपनी कविता के माध्यम से वे बिहार के गौरव का आसमान की ऊंचाईयों तक ले गए। उन्होंने कहा कि चंद लफंगों से बिहार बदनाम नहीं होने वाला, क्योंकि ये नालंदा के गौरव की पूंजी से सराबोर है। उन्होंने कहा कि वो नालंदा वाला गौरव नीलाम नहीं हो सकता। दो चार लफंगों से बिहार बदनाम नहीं हो सकता। डॉ. जोगी ने हास्य के साथ इमोशन की चासनी से अररिया के रससिद्ध दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।