भूकंप से मची हड़कंप, दीवारें गिरी, तीन की मौत
अररिया, जागरण संवाददाता :1934 के बाद शायद यह सबसे बड़ा भूकंप था। इसके चलते अररिया में दो महिला सहित त
अररिया, जागरण संवाददाता :1934 के बाद शायद यह सबसे बड़ा भूकंप था। इसके चलते अररिया में दो महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं कई स्थानों पर दीवारें गिर गई तथा इमारतों में दरारें पड़ गयी। जिले के नरपतगंज प्रखंड अंतर्गत पोसदाहा गांव में भूकंप के कारण खेत फट गया। वहीं, जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय में दरार पड़ गयी है।
भूकंप से फैला हड़कंप, लोग आ गए सड़कों पर
सुबह लगभग 11.44 पर भूकंप का जोरदार झटका आया। यह पूरे जिले में महसूस किया गया। मकान स्प्रिंग की तरह हिलने लगे। इसके साथ ही भगदड़ शुरू हो गई। इसके बाद दो और झटके आए। अंतिम झटका 12 बज कर 14 मिनट पर आया।
दो महिला सहित तीन की मौत, कई इलाजरत
भूकंप के बाद मची भगदड़ में फारबिसगंज प्रखंड के रमै गांव में एक महिला की मौत हो गई। जबकि, परिजनों के अनुसार पलासी प्रखंड के भंगोड़ा में रफी अहमद नामक शख्स की मौत भूकंप के सदमे से हो गई। वहीं, जोगबनी के खजुरबाड़ी में एक महिला सुरगी देवी पति दशई राम भूकंप के कारण गिर रही दीवार के नीचे दब कर मर गई। हालांकि प्रभारी डीएम मुनिलाल जमादार ने एक मौत की पुष्टि की है।
इसके अलावा भूकंप के सदमें से बेहोश हुई बांसवाड़ी की आसमीन तथा बसंतपुर की इसरत सदर अस्पताल में इलाजरत हैं।
भूकंप के जोरदार झटके ने मकानों को गंभीर क्षति पहुंचाई है। अररिया के मारवाड़ी पट्टी में एक दीवार गिर गई। वहीं, अररिया प्रखंड के महिषाकोल गांव में इबरार आलम की नयी बन रही छह दीवारें गिर कर ध्वस्त हो गई। बांसवाड़ी गांव में भी कई मकान व दीवारें गिरी हैं।
भूकंप के पहले झटके का समाहरणालय में भी गहरा असर पड़ा। समाहरणालय भवन में कई स्थानों पर दरारें पड़ गई। अपने चैंबर में कार्यरत एपी विजय कुमार वर्मा और प्रभारी डीएम मुनिलाल जमादार तेजी के साथ बाहर निकल कर मैदान में आ गए। भूकंप के बाद मची दहशत में तकरीबन सारा जिला सड़कों पर आ गया था और लोग तरह तरह की चर्चा में निमग्न थे।