सेवानिवृतलेखापाल के विरूद्घ प्राथमिकी दर्ज, भेजे गये जेल
अररिया, संसू: जिला पदाधिकारी के निर्देश पर गिरफ्तार सेवा निवृत लेखापाल त्रिवेणी शंकर मल्लिक के विरूद
अररिया, संसू: जिला पदाधिकारी के निर्देश पर गिरफ्तार सेवा निवृत लेखापाल त्रिवेणी शंकर मल्लिक के विरूद्ध बुधवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। यह प्राथमिकी नप कार्यपालक पदाधिकारी अनिरूद्ध प्रसाद यादव के लिखित बयान पर की गयी है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
फर्जी निविदा दिखाकर हुआ 4 करोड़ का टेंडर
पिछले माह ही नगर परिषद अररिया में विभिन्न निर्माण कार्य के लिये चार करोड़ को टेंडर निकाला गया था। नियमानुसार टेंडर के लिये स्थानीय तीन बड़े दैनिक समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित किया जाना था। लेकिन टेंडर को मैनेज करने के लिये किसी अन्य जगहों के विज्ञापन को नप में प्रस्तुत कर दिया। लेखापाल ने जिस विज्ञापन की रशीद विभाग को सौंपा है, दरअसल वह विज्ञापन शहरी विकास अभिकरण के तहत बेगुसराय जिला के बिहार स्टेट विबरेज कार्पोरेशन पटना से संबंधित है। विज्ञापन की तिथि जो दर्शायी गयी है। वह भी संबंधित तिथि को विज्ञापन प्रकाशित ही नही हुआ।
शिकायत के बाद हुई जांच
गुपचुप तरीके से संपादित की जा रही निविदा के विरोध में पूर्व उप मुख्य पार्षद संजय कुमार यादव ने जिला पदाधिकारी को आवेदन सौंपा था। जिला पदाधिकारी अररिया ने सूचना एवं जन संपर्क विभाग के निदेशक से संपर्क कर संबंधित निविदा की जांच की। जांच के बाद स्थित अपने आप स्पष्ट हो गया। स्थिति स्पष्ट होने के बाद डीएम के निर्देश पर कार्यपालक पदाधिकारी ने लेखापाल से विज्ञापन से संबंधित स्पष्टीकरण की मांग की। लेखापाल ने कार्यपालक को सौंपे गये स्पष्टीकरण में कहा है कि जिस समय सूचना एवं जन संपर्क विभाग में निविदा का विज्ञापन जमा कराने गया था उस समय मुख्य पार्षद पति भी मौजूद थे। उन्हीं के समक्ष रशीद प्राप्त की थी। जो विभाग को समर्पित किया गया है।