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काशीबाड़ी में नकली खाद बनाने के रैकेट का भंडाफोड़

जोकीहाट (अररिया), संसू: जोकीहाट थाना के काशीबाड़ी गांव में अंडरग्राउंड मकान में चोरी-छिपे नकली खाद बन

By Edited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 09:25 PM (IST)Updated: Tue, 25 Nov 2014 09:25 PM (IST)
काशीबाड़ी में नकली खाद बनाने के रैकेट का भंडाफोड़

जोकीहाट (अररिया), संसू: जोकीहाट थाना के काशीबाड़ी गांव में अंडरग्राउंड मकान में चोरी-छिपे नकली खाद बनाने के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है। एसडीओ संजय कुमार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गठित टीम ने मंगलवार को छापामारी किया। इस दौरान अवैध खाद बनाने के मिले सामान देख छापामार दल के पदाधिकारियों के होश उड़ गये। छापामारी में पीपीएल नवरत्ना के 229 खाली बोरा, व आईपीएल के 82 खाली बोरा, बालू, नौ बोरा पैकिंग नकली खाद, नमक, धागा, वेटिंग मशीन,फाइन-90 केमिकल, दो बाल्टी, शराब की बोतलें,आदि कई आपत्तिजनक सामान जब्त कर उसी भवन में सील कर दिया गया है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी नवीन कुमार ने जब्त नकली पोटाश का नमूना लेकर पटना जांच के लिए मेज दिया है। डीएओ ने बताया कि अवैध निर्माण काशीबाड़ी महबूब टोला के मंजूर आलम द्वारा अबूसलाम के भवन में किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं। डीएओ ने बताया कि अवैध कारोबार में लगे लोग खाली बोरा का प्रिंटिंग करा कर लाया है। जब्त 229 बोरा में पीपीएल नवरत्ना, पारादीप फास्फेट लिमिटेड, पीपीएल टाउनशिप उड़ीसा लिखा है। जबकि 82 बोरा आईपीएल में अन्नासलाइ चेन्नई-6 लिखा है। उन्होने बताया कि नमक व बालू के मिश्रण को सिंथेटिक आयरन आक्साइड रंग से रंगकर उसे पैकिंग मशीन से पैक कर आपूर्ति करता था। अबूसलाम के रिश्तेदार शाहआलम ने पुलिस को बताया कि दो हजार रुपए प्रति माह की दर से भाड़े देकर मंजूर काम को चोरी छिपे अंजाम दे रहा था। एसडीओ ने बताया कि मंजूर मैजिक पर रातोंरात नकली पोटाश बनाने की सामग्री लाता था फिर यहां पैकिंग कर आसपास के खाद दुकानदारों को पहुंचा था। एसडीओ ने बताया कि ऐसे दुकानदारों को चिन्हित किया जा रहा है। उधर इस कार्य में लगे मंजूर आलम छापामारी की भनक लगते ही मांग निकला। ग्रामीणों ने बताया कि उनके आसपास ऐसा कारोबार चल रहा था लेकिन उसे पता नहीं चल सका। जबकि मकान मालिक के परिजन बताते हैं कि मंजूर भाड़े पर मकान यह कहकर लिया था कि वे गुलाबबाग से सामान लाता है रखने में दिक्कत होती है। बदले में वे दो हजार भाड़ा देता था। मकान जमीन के नीचे बना है। मकान की बनावट ऐसी कि दिन में कोई कुछ करे तो बाहर पता तक नहीं चलेगा। टीम ने बताया कि इससे पता चलता है कि जिले में और मी अवैध खाद का कारोबार होता होगा। प्रशासन इस मामले में सजगता से अपना काम करेगा ताकि किसानों की ठगी न हो। गठित टीम में बीडीओ डॉ. एके अमन, एसएचओ अमित कुमार, बीएओ राजेन्द्र साह, पर्यवेक्षक सुरेन्द्र नाथ झा आदि शामिल थे। समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी था। उधर किसानों ने ये बात सुनते ही आक्रोश प्रकट करते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


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