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पचकठिया से केबीसी की हाट सीट तक वाया अररिया

अररिया, जासं: भागलपुर के शाहकुंड प्रखंड के पचकठिया गांव की कतरनी चावल की गमक लोगों को हमेशा मोहित क

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 08:08 PM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 08:08 PM (IST)
पचकठिया से केबीसी की हाट सीट तक वाया अररिया

अररिया, जासं: भागलपुर के शाहकुंड प्रखंड के पचकठिया गांव की कतरनी चावल की गमक लोगों को हमेशा मोहित करती रहती है। आस पास के गांव धान की खेती के लिए प्रसिद्ध रहा है। लेकिन यहां के दिगंबर प्रसाद वर्मा जब नौकरी के लिए बाहर निकले तो उन्हें कहां पता था कि पचकठिया अब नंदिनी छाया के लिए भी प्रसिद्ध हो जाएगा और कतरनी की खुशबू पूरी दुनिया में फैल जाएगी। अस्सी के दशक में श्री वर्मा ने सिंचाई विभाग में अपनी नौकरी शुरू की और परिवार के साथ अररिया के खरैहिया बस्ती में बस गए। लेकिन पचकठिया उनके साथ सदैव जुड़ा रहा। छाया नंदिनी ने अपनी पढ़ाई अररिया में शुरू की। श्री वर्मा ने बताया कि वह पढ़ने में शुरू से ही तेज थी। उसमें गजब का आत्मविश्वास था। परिस्थिति का सामना करने की अद्भुत क्षमता से ओतप्रोत, शायद यही क्षमता उसे केबीसी की हाट सीट पर मुंबई तक ले गयी। श्री वर्मा ने कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ाने में कभी पीछे नहीं रहे। आज आपने छाया कि सफलता की खबर दी है तो लग रहा है कि मेरा परिश्रम सार्थक हुआ।


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