मेरे ऊपर बिहार की जिम्मेदारी
कुंदन, अररिया : भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने चिरपरिचित अंदाज में विरोधियों पर जमकर बरसे। फारबिसगंज के आइटीआइ मैदान में आयोजित चुनावी सभा में मोदी ने देश की सभ्यता, संस्कृति, संस्कार व परंपराओं का उल्लेख करते हुए बिहार से अपने भावनात्मक लगाव का भी जिक्र किया। यद्यपि कल तक बिहार सरकार पर निशाना साधने वाले नमो ने फारबिसगंज की सभा में नीतीश कुमार के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला।
निर्धारित समय से पांच मिनट पहले पहुंचे मोदी ने अपने सधे अंदाज में कहा कि 27 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में बम, पिस्तौल व मौत के बीच बिहार के लोगों ने उनका साथ नहीं छोड़ा। उन शहीदों को वे कभी भूल नहीं सकते। बिहार ने जो प्यार दिया है वो कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसलिए बिहार का सवाया अधिकार मेरे ऊपर है। मेरे ऊपर बिहार की दोहरी जिम्मेदारी है।
मोदी ने जनता से दिल्ली की सरकार बदलने का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार देश में मजबूत सरकार बनाने की अगुवाई करे। बोले, कांग्रेस के पापों का घड़ा भर गया है। देश की परंपरा व संस्कृति का हवाला देते हुए कहा कि भारत के लोग काफी उदार हैं। गलती को ठीक करने का मौका देते हैं। कोई सिर झुकाकर माफी मांगे तो माफ कर देते हैं। लेकिन कांग्रेस ने 60 साल तक इस परंपरा का फायदा उठाया है। यहां के लोगों की उदारता को पर्सनल प्रॉपर्टी समझ कर इस्तेमाल किया। कांग्रेस व सोनिया गांधी पर हमला करते हुए कहा कि मैडम इस देश में एक और परंपरा है हम किसी को छेड़ते नहीं लेकिन कोई हमें छेड़े तो उसे छोड़ते नहीं।
सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि अब आंखे गीली कर टीवी पर अपने बच्चे के लिए बोलने से कुछ नहीं होगा। अब आप अपने बच्चे को संभालिए। क्योंकि सवा करोड़ देशवासियों को अब अपने बच्चों की चिंता है। राहुल गांधी द्वारा गुजरात मॉडल को टॉफी बताने पर मोदी ने कहा कि वो बाल मन का नेता है। उसके बारे में क्या बोलूं। बच्चे को गुब्बारे बहुत पसंद होते हैं। मेले में बच्चे गुब्बारा खरीदते हैं लेकिन बच्चे का मन अधिक दिन तक किसी खिलौने पर नहीं टिकता। अब इस बच्चे का मन टॉफी पर चला गया है। लेकिन बच्चे को नहीं पता कि टॉफी व ट्रॉफी में क्या फर्क होता है। मैंने 14 साल की कड़ी मेहनत के बाद ट्रॉफी जीती है। देश-विदेश में तीन सौ ट्रॉफियां जीती हैं।
उन्होंने राहुल गांधी से टॉफी खाकर आराम करने की सलाह दी। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद भी पहुंचे थे।
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इनसेट
अररिया : नमो ने अपने भाषण में अररिया को सरस्वती के साधकों का तीर्थ बताते हुए नमन किया। उन्होंने फणीश्वर नाथ रेणु के साहित्य व जेपी आंदोलन में उनके योगदान का भी जिक्र किया। बांग्ला में नव वर्ष की मुबारकबाद देते हुए नमो ने बांग्ला भाषी वोटरों को लुभाने का प्रयास किया।