बीएस-4 इंजन के लिए अशोक लेलैंड लेकर आई नई iEGR टेक्नोलॉजी
अशोक लेलैंड जोकि हिंदुजा ग्रुप की प्रमुख कंपनी और भारत की दूसरी सबसे बड़ी कमर्शियल वाहन निर्माता कंपनी है। चेन्नई में अपनी एक ग्लोबल कांफ्रेंस 2017 में कंपनी ने अपनी नई iEGR टेक्नोलॉजी के
चेन्नई (बनी कालरा)। अशोक लेलैंड जोकि हिंदुजा ग्रुप की प्रमुख कंपनी और भारत की दूसरी सबसे बड़ी कमर्शियल वाहन निर्माता कंपनी है। चेन्नई में अपनी एक ग्लोबल कांफ्रेंस 2017 में कंपनी ने अपनी नई iEGR टेक्नोलॉजी के बारे में बताया, iEGR जोकि इंटेलिजेंट इग्जास्ट गैस रिसर्कुलेशन टेक्नोलॉजी पर आधरित है।
जानते हैं iEGR टेक्नोलॉजी के बारे में
iEGR टेक्नोलॉजी से लागत क्षमता में काफी कम्पटीशन आएगा इसके अलावा डोमेस्टिक OEM में अशोक लेलैंड एकमात्र कंपनी है जो 130 हॉर्सपॉवर से ज्यादा में iEGR टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है।
iEGR टेक्नोलॉजी बीएस-4 मानकों का पालन करती है यह टेक्नोलॉजी आसानी से इस्तेमाल होती है और किफायती भी है इसके इस्तेमाल से उत्सर्जन में कटौती होती है। साथ ही फ्यूल का इस्तेमाल प्रभावशाली ढंग से होता होता है।
यह टेक्नोलॉजी न केवल सेलेक्टिव कैटालिटिक रिडक्शन(SCR) टेक्नोलॉजी (जोकि यूरोपियन टेक्नोलॉजीपर आधारित है) के मुकाबले भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप है। साथ ही किफायती, आसानी से इस्तेमाल होने वाली और रखरखाव में भी बढ़िया है। अशोक लेलैंड के ग्राहकों को इसके इस्तेमाल से फायदा होगा इतना ही नहीं SCR टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रोडक्ट्स की तुलना में OEM को ज्यादा मार्जिन भी देगी।
iEGR टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखकर कंपनी ने तीस से ज्यादा प्रोडक्ट और सर्विस पेश की हैं जिनमें बस, ट्रक, LCV, साईमुलेटर्स, क्विक सर्विस बाइक्स और जेनसेट्स शमिल हैं।
भविष्य को देखते हुए iEGR टेक्नोलॉजी बीएस-4 वाहनों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी।