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Gemstones: राशि अनुसार धारण करें ये रत्न, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

ज्योतिषियों की मानें तो शनि राहु केतु की महादेशा कष्टकारी होती है। इसके अलावा शुभ ग्रहों के अस्त होने पर जातक को जीवन में दुखों का सामना करना पड़ता है। वहीं कुंडली में राशि स्वामी और शुभ ग्रहों के मजबूत रहने पर जातक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके लिए ज्योतिष रत्न धारण करने की भी सलाह देते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Thu, 02 May 2024 04:50 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 04:50 PM (IST)
Gemstones: राशि अनुसार धारण करें ये रत्न, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Gemstones: सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है। ज्योतिष कुंडली में ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति, दशा, महादशा, योग, करण आदि चीजें देखकर व्यक्ति के भविष्य की गणना करते हैं। कुंडली में किसी प्रकार के दोष लगने या किसी ग्रह के अस्त होने या कमजोर होने पर जातक को जीवन में विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ता है। ज्योतिषियों की मानें तो शनि, राहु, केतु की महादेशा कष्टकारी होती है। इसके अलावा, शुभ ग्रहों के अस्त होने पर जातक को जीवन में दुखों का सामना करना पड़ता है। वहीं, कुंडली में राशि स्वामी और शुभ ग्रहों के मजबूत रहने पर जातक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके लिए ज्योतिष रत्न धारण करने की भी सलाह देते हैं। अगर आप भी अपनी आर्थिक विषमता को दूर करना चाहते हैं, तो राशि अनुसार ये रत्न धारण कर सकते हैं।  

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राशि अनुसार रत्न

  • मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न मूंगा, पुखराज और माणिक्य हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • वृषभ राशि के स्वामी शुक्र देव हैं और आराध्या जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न हीरा, पन्ना और नीलम हैं। आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • मिथुन राशि के स्वामी बुध देव हैं और आराध्य भगवान गणेश हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न पन्ना, हीरा और नीलम हैं। मिथुन राशि के जातक इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न मोती, पुखराज और मूंगा हैं। कर्क राशि के जातक इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न माणिक्य, मूंगा और पुखराज हैं। सिंह राशि के जातक इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • कन्या राशि के स्वामी बुध देव हैं और आराध्य भगवान गणेश हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न पन्ना, हीरा और नीलम हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • तुला राशि के स्वामी शुक्र देव हैं और आराध्या जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न हीरा, पन्ना और नीलम हैं। आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न मूंगा, पुखराज और माणिक्य हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

  • धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न पुखराज और माणिक्य हैं। धनु राशि के जातक कुंडली में गुरु मजबूत करने के लिए पुखराज धारण कर सकते हैं।

  • मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न नीलम, पन्ना और हीरा हैं। मकर राशि के जातक भाग्योदय के लिए नीलम रत्न धारण कर सकते हैं।

  • मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रत्न पुखराज और माणिक्य हैं। मीन राशि के जातक अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार इनमें कोई एक रत्न धारण कर सकते हैं।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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