चीन की बढ़ेगी टेंशन, AUKUS में शामिल हो सकता है यह देश, अमेरिका ने रखा प्रस्ताव
आकस (AUKUS) सुरक्षा समझौते में जापान शामिल हो सकता है। 2021 में तीनों देशों द्वारा गठित आकस भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती शक्ति के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रयास का हिस्सा है। चीन ने आकस समझौते को खतरनाक बताया है और चेतावनी दी है कि इससे क्षेत्रीय हथियारों की होड़ को बढ़ावा मिल सकता है। चीनी सेना ने रविवार को कहा है कि उसने समुद्री और हवाई गश्त की है।
लंदन, रायटर। चीन को रोकने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया आकस (AUKUS) सुरक्षा समझौते में नए सदस्यों को शामिल करने पर बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं। वाशिंगटन इसमें जापान को शामिल करने पर जोर दे रहा है।
इन देशों के रक्षामंत्री सोमवार को समझौते के स्तंभ दो पर चर्चा की घोषणा करेंगे। यह सदस्यों को संयुक्त रूप से क्वांटम कंप्यूटरिंग, हाइपरसोनिक, एआइ और साइबर प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध करता है।
चीन के खिलाफ महत्वपूर्ण प्रयास
वे पहले स्तंभ के विस्तार पर विचार नहीं कर रहे, जिसे ऑस्ट्रेलिया में परमाणु ऊर्जा से चलने वाली हमलावर पनडुब्बियों को पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है। 2021 में तीनों देशों द्वारा गठित आकस भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती शक्ति के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रयास का हिस्सा है। चीन ने आकस समझौते को खतरनाक बताया है और चेतावनी दी है कि इससे क्षेत्रीय हथियारों की होड़ को बढ़ावा मिल सकता है।
संयुक्त समुद्री अभ्यास करेंगे ये देश
इस बीच चीनी सेना ने रविवार को कहा है कि उसने समुद्री और हवाई गश्त की है और दक्षिण चीन सागर को बाधित करने वाली सभी गतिविधियां नियंत्रण में हैं। चीन का यह कदम अमेरिका और उसके सहयोगियों के नौसैनिक अभ्यासों की घोषणा के बाद सामने आया है। दरअसल, अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और फिलीपींस के रक्षा प्रमुखों ने शनिवार को घोषणा की थी कि वे कानून के शासन की रक्षा के लिए संयुक्त समुद्री अभ्यास करेंगे।
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