अमेरिका यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने कैसे भारत का झंडा किया बुलंद, जानें थिंक टैंक की जुबानी
जयशंकर ने हाल ही में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कई अवसरों पर बेबाकी से अपने मुद्दे रखे।एम्स्टर्डम स्थित एक थिंक टैंक ने अपने संपादकीय में संयुक्त राष्ट्र के लिए सुधारों पर जयशंकर द्वारा डाले गए जोर पर उनकी तारीफ की है।
एम्सटर्डम, एजेंसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर हाल ही में अपनी 11 दिवसीय अमेरिका यात्रा पूरी कर लौटे हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई अवसरों पर भारत का झंडा बुलंद किया। उन्होंने देश के मूल हितों के साथ-साथ वैश्विक चिंता के मुद्दों को भी उठाया। इस यात्रा को लेकर एम्स्टर्डम स्थित एक थिंक टैंक ने अपने संपादकीय में जयशंकर द्वारा इस यात्रा में उठाए गए मुद्दों की खूब तारीफ की है। लेख में बताया गया कि कैसे चीन और पाकिस्तान के साथ अमेरिका के दोहरे रवैये को विदेश मंत्री ने सामने लाया। कैसे पसंद के अनुसार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आतंकवादी लिस्टिंग का दुरुपयोग किया जाता है, इसे भी विदेश मंत्री ने खूब जोर शोर से उठाया था।
संयुक्त राष्ट्र में सुधार का मुद्दा उठाया
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को 'ए वाटरशेड मोमेंट: इंटरलॉकिंग चुनौतियों के लिए परिवर्तनकारी समाधान' विषय पर संबोधित किया था। भारतीय विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की संभावना के बारे में अधिक आशावादी रुख अपनाया। उन्होंने यूएनएससी में सुधार का मुद्दा तो उठाया लेकिन जो बाइडन के वादों पर कूटनीतिक भरोसा भी जताया।
आतंकवाद पर सुनाई खरी-खरी
न्यूयार्क में मीडिया से बातचीत में जयशंकर ने आतंकवाद पर भारत की चिंता को स्पष्ट तौर पर रखा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद राजनीतिक नहीं हो सकता है। इसे राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, इसके परिणामों को राजनीतिक नहीं बनाया जाना चाहिए।
जयशंकर ने इस दौरान कहा कि यूएनएससी सुधार एक सामूहिक प्रयास है। उन्होंने वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि यह एक सामूहिक प्रयास है जिसे संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों को करना ही होगा और हम सुधार के प्रयास पर दबाव बनाते रहेंगे।
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