Move to Jagran APP

META पर लगे यौन तस्करी और बाल शोषण को बढ़ावा देने के आरोप, बोर्ड ने किया खारिज

मार्क जुकरबर्ग और अन्य मेटा प्लेटफॉर्म इंक के अधिकारियों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यौन तस्करी बच्चों के यौन शोषण को बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं। हालांकि बोर्ड ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि हम इन अपराधों को रोकने के प्रयास करते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaPublished: Wed, 22 Mar 2023 08:26 AM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2023 08:26 AM (IST)
META पर लगे यौन तस्करी और बाल शोषण को बढ़ावा देने के आरोप, बोर्ड ने किया खारिज
META पर लगे यौन तस्करी और बाल शोषण को बढ़ावा देने के आरोप

वॉशिंगटन रॉयटर्स। मार्क जुकरबर्ग और अन्य मेटा प्लेटफॉर्म इंक के अधिकारियों, निदेशकों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यौन तस्करी, बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने का आरोप लगाया गया है। तो वहीं डेलावेयर चांसरी कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है।

loksabha election banner

'मेटा ने अपराधिक गतिविधियों को दिया बढ़ावा'

कई पेंशन और निवेश फंडों ने सोमवार को सार्वजनिक की शिकायत में कहा कि मेटा का नेतृत्व और बोर्ड आपराधिक गतिविधि के सबूत होने पर भी आंख मूंदकर कंपनी और शेयरधारकों के हितों की रक्षा करने में विफल रहा है।

पहले भी लगें हैं मेटा पर यह आरोप

मेटा के अरबपति सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी जुकरबर्ग ने 2019 में कांग्रेस को बताया कि बाल शोषण सबसे गंभीर खतरों में से एक है। जिस पर हम ध्यान केंद्रित करते हैं। कैलिफोर्निया के मेन्लो पार्क में स्थित मेटा को लंबे समय से आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें यह आरोप लगाए जाते हैं कि उसके प्लेटफार्म यौन दुराचार को बढ़ावा मिल रहा है।

'बोर्ड ने जानबूझ कर दिया बढ़ावा'

कई पेंशन और निवेश फंडों द्वारा की गई शिकायत में कहा गया कि मेटा का नेतृत्व और बोर्ड इस समस्या को जड़ से खत्म करने में विफल रहा है। इसलिए बोर्ड ने जानबूझ कर यौन शोषण/मानव तस्करी को बढ़ावा देने और उसे सुगम बनाने के लिए मेटा के प्लेटफार्मों को अनुमति देने का फैसला किया है।

यह भी पढे़ं- Earthquake: पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही, 11 लोगों की मौत; 160 से ज्यादा घायल

मेटा ने आरोपों को किया खारिज

हालांकि मेटा ने डेलावेयर चांसरी कोर्ट में दायर मुकदमे के आधार को खारिज कर दिया। बोर्ड ने कहा कि हम मानव शोषण और बाल यौन शोषण को अनिश्चित शब्दों में प्रतिबंधित करते हैं।

इस मुकदमे में किए गए दावे इस प्रकार की गतिविधि का मुकाबला करने के हमारे प्रयासों को गलत साबित करते हैं। तो वहीं मेटा बोर्ड ने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य उन लोगों को रोकना है जो हमारे मंच का उपयोग करने से दूसरों का शोषण करना चाहते हैं।

यह भी पढे़ं- गिलगित बाल्टिस्तान में खतरे में मानवाधिकारों की स्थिति, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जताई चिंता


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.