Dehradun News : वेतन न मिलने से कर्मचारियों में रोष, कुलपति का करेंगे घेराव
जल्दी ही वेतन व्यवस्था एवं अन्य मांगों का निस्तारण न होने की दशा में समस्त कर्मचारी अपना विकल्प जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी के लिए भरकर अपने समायोजन की मांग करेंगे। आयुर्वेदिक नर्सेस संघ की संरक्षक आनंदी शर्मा बीना मठपाल ममता कठैत उपासना नीमा ने कहा कि कर्मचारियों का वेतन बार-बार अटकने के कारण कर्मचारियों को बैंक लोन देने से मना कर रहा है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड एवं नर्सेस संगठन आयुर्वेद चिकित्सालय विश्वविद्यालय ने कर्मचारियों के साथ शुक्रवार को वेतन भत्तों सहित अन्य मांगों को लेकर परिसर निदेशक डा. डीसी सिंह का घेराव किया। परिसर निदेशक ने तत्काल कुलसचिव डा. अनूप गक्खड़ से वार्ता की। वहीं, आंदोलित कर्मचारियों ने कहा कि 15 मई तक वेतन न मिलने पर 16 मई को कुलपति और कुलसचिव की गाड़ी का घेराव करते हुए ताला बंदी का एलान कर दिया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, मंत्री दिनेश ठाकुर, संयुक्त सचिव अजय कुमार ने कहा कि कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। अन्य मांगों का निस्तारण भी नहीं हुआ है। कुलसचिव वेतन का बजट आने पर ही वेतन दिए जाने की बात कह अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं। इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
जल्दी ही वेतन व्यवस्था एवं अन्य मांगों का निस्तारण न होने की दशा में समस्त कर्मचारी अपना विकल्प जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी के लिए भरकर अपने समायोजन की मांग करेंगे। आयुर्वेदिक नर्सेस संघ की संरक्षक आनंदी शर्मा, बीना मठपाल, ममता कठैत, उपासना नीमा ने कहा कि कर्मचारियों का वेतन बार-बार अटकने के कारण कर्मचारियों को बैंक लोन देने से मना कर रहा है।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय को विवि बन जाने के बाद कर्मचारी वेतन,जीपीएफ, मेडिकल अन्य मांगों के लिए तरस गए हैं। वहीं रोगियों को भी पूर्ण उपचार नहीं मिल पा रहा है। जल्द ही कर्मचारियों की मांगों का निस्तारण नहीं हुआ तो कर्मचारी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। डा. शशिकांत, डा. संजय त्रिपाठी, डा. प्रवेश तोमर, डा. विमल, सुरेंद्र चौहान अरविंद पांडेय, कमल, विनोद, सुमंत पाल, अमित ठाकुर, मनोज पोखरियाल, बाला देवी, बुगली आदि द्विपक्षीय वार्ता में शामिल थे।