Move to Jagran APP

जल्द शुरू होगी दिल्ली-मेरठ रैपिड ट्रेन, तीन से चार रुपये प्रति किलोमीटर हो सकता है रैपिडेक्स का किराया

Rapidex के पहले चरण के उद्घाटन की तैयारी के साथ किराया तय करने पर हो रहा विचार। अगले सप्ताह तक प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाने के आसार। सूत्रों के अनुसार दिल्ली-मेरठ के बीच किराया 200 रुपये के आसपास हो सकता है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraPublished: Sat, 10 Jun 2023 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 10 Jun 2023 09:45 PM (IST)
जल्द शुरू होगी दिल्ली-मेरठ रैपिड ट्रेन, तीन से चार रुपये प्रति किलोमीटर हो सकता है रैपिडेक्स का किराया
दिल्ली-मेरठ रैपिड ट्रेन शहरी परिवहन को सुगम, सरल, समय के लिहाज से सटीक और भरोसेमंद बनाने की बड़ी परियोजना है।

नई दिल्ली, मनीष तिवारी। दिल्ली-मेरठ रूट के एक भाग में संचालन की तैयारी के बीच रैपिड ट्रेन (रैपिडेक्स) के किराये के प्रस्ताव पर जल्द मुहर लग जाने के आसार हैं। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन दिल्ली (आनंद विहार)-मेरठ रूट के लिए किराये के चार्ट पर फिर से काम कर रहा है।

loksabha election banner

किराया तीन से चार रुपये प्रति किलोमीटर होने की उम्मीद

इसे इस रास्ते पर परिवहन के अन्य माध्यमों के साथ प्रतिस्पर्धात्मक बनाने की कोशिश हो रही है। निगम ने प्रस्ताव आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय को सौंपा है। माना जा रहा है कि इस रूट पर किराया तीन से चार रुपये प्रति किलोमीटर हो सकता है।

सूत्रों के अनुसार दिल्ली-मेरठ के बीच किराया 200 रुपये के आसपास हो सकता है। हाल में ही नई दिल्ली-देहरादून वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की गई है, जिसका एक स्टापेज मेरठ भी है। इस ट्रेन में दिल्ली से मेरठ के बीच चेयरकार का किराया 485 रुपये है।

दिल्ली-मेरठ रैपिड ट्रेन शहरी परिवहन को सुगम, सरल, समय के लिहाज से सटीक और भरोसेमंद बनाने की बड़ी परियोजना है। इस समय दिल्ली से मेरठ के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जिनमें रेलवे के साथ निजी वाहन से एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल और सार्वजनिक बस सेवा भी शामिल है।

आरआरटीएस को मेट्रो की तरह दैनिक यात्रियों के लिए उपयोगी और आकर्षक बनाने के लिए यात्रा को सुविधाओं के साथ किफायती बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर के पहले चरण के लिए रैपिडेक्स का जब उद्घाटन होगा तो इस दूरी के लिए किराया 50 रुपये तक हो सकता है।

2009 में जब आरआरटीएस की परिकल्पना की गई थी तो इसकी डीपीआर में किराया दो रुपये प्रति किलोमीटर रखने की बात थी, लेकिन समय बीतने के साथ लागत बढ़ने के कारण इस पर फिर से काम किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.