Success Story: इंटरव्यू में कई बार हुए फेल फिर भी नहीं छोड़ी उम्मीद, पढ़े मिथुन के MBBS से IAS बनने तक का सफर
आईएएस मिथुन ने पांचवी बार में एमबीबीएस से आईएएस बनने के अपने सपने को पूरा किया है। हालांकि सिविल सेवा की तैयारी के दौरान यह कोविड मरीजों की सेवा भी कर रहे थे लेकिन इन्होंने अपनी तैयारी में कमी नहीं होने दी थी।
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल इसके लिए देशभर में लाखों युवा तैयारी करते है, लेकिन उन्हें कब सफलता मिलेगी इसका कोई भरोसा नहीं होता है। कई बार युवाओं को अपने पहले या दूसरे राउंड में ही सफलता मिल जाती है, तो वहीं कई युवाओं को बार-बार प्रयास करना पड़ता है।
आज हम आपको केरल के रहने वाले एक ऐसे शख्स की कहानी बताएंगे जिसने एमबीबीएस करने के बाद सिविल सेवा में जाने का सोचा और कई बार फेल होने के बाद भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी। उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी और सफल होकर आईएएस अधिकारी बन गए।
मिथुन प्रेमराज का परिचय
मिथुन प्रेमराज मूल रूप से केरल के कोझिकोड के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा के बाद मेडिकल की तैयारी की और एमबीबीएस में दाखिला लेकर डॉक्टर बनने का सफर पूरा किया। इसके बाद उन्होंने नई दिल्ली के भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान से डिप्लोमा हासिल किया। हालांकि, उनके मन में आईएएस बनने का सपना शुरू हो गया था। मिथुन के परिवार में उनके पिता प्रेमराज है जो पेशे से एक बाल रोग विशेषज्ञ हैं व बहन रेडियोलॉजिस्ट हैं।
2015 में शुरू की यूपीएससी की तैयारी
साल 2015 में मिथुन की मेडिकल की पढ़ाई पूरी हो गई। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवाओं में जाने का निर्णय लिया और इसकी तैयारी में जुट गए। इसके बाद अपने पहले प्रयास में उनको सफलता न मिल सकी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वो अपनी तैयारी में लगे रहे थे और दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा पास करते हुए इंटरव्यू में पहुंच गए।
लगातार तीन बार इंटरव्यू में हुए फेल
हालांकि, इस बार मिथुन इंटरव्यू क्लियर नहीं कर पाए। उन्होंने फिर से तैयारी की और अपने तीसरे प्रयास में भी इंटरव्यू में रह गए। उन्होंने चौथी बार प्रयास किया और वह इस बार इंटरव्यू पास नहीं कर पाए। लगातार तीन बार परीक्षा पास करने के बाद भी इंटरव्यू में फेल होने के कारण वे काफी निराश होने लगे थे, लेकिन उन्होंने इस समय भी खुद को संभाला और अपनी तैयारी में जुट गए।
पांचवे प्रयास में हासिल की 12वीं रैंक
मिथुन प्रेमराज ने अपनी तैयारी जारी रखते हुए पांचवी बार परीक्षा दी और इस बार भी प्रीलिम्स और मेंस क्लियर कर लिया। साल 2020 की परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल करते हुए आईएएस टॉपर की सूची में अपना नाम जोड़ा और इंटरव्यू में पहुंचे। इस बार उन्होंने सफलता हासिल की और अपना सपना पूरा कर आईएएस अधिकारी बन गए।
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