Parenting Tips: बच्चे के गुस्से को मिनटों में करना चाहते हैं कंट्रोल, तो फॉलो करें ये आसान टिप्स
Parenting Tips बच्चों के लिए काउंसलिंग जरूरी है। इसके लिए जब बच्चे गुस्से में रहते हैं तो उसे बताएं कि गुस्सा करने से सेहत पर कितना बुरा असर पड़ता है। साथ ही बच्चे को गुस्से में सामान फेंकने के बजाय एक्टिविटी करने की सलाह दें।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Tips: बच्चे मन के सच्चे और दिल से बेहद भावुक होते हैं। हालांकि, किसी इच्छा की पूरी न होने पर बच्चों के चेहरे पर गुस्सा दिखने लगता है। इसके बाद बच्चे नखरे करते हैं। उस समय बच्चे को समझाना बेहद मुश्किल टास्क होता है। कई बच्चे तो अपनी जिद पूरी कराने के लिए खाना पीना भी छोड़ देते हैं। इससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। कभी-कभार गुस्सा सामान्य बात है, लेकिन हमेशा गुस्से में रहना चिंता का विषय है। अगर आप भी अपने बच्चे के गुस्से को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो इन टिप्स को जरूर फॉलो करें। आइए जानते हैं-
-बच्चों के लिए काउंसलिंग जरूरी है। इसके लिए जब बच्चे गुस्से में रहते हैं, तो उसे बताएं कि गुस्सा करने से सेहत पर कितना बुरा असर पड़ता है। साथ ही बच्चे को गुस्से में सामान फेंकने के बजाय एक्टिविटी करने की सलाह दें। बच्चों को बताएं कि जब रुष्ट रहो या गुस्सा आए, तो कलरिंग करें, बुक पढ़ें, अपने दोस्तों से फोन पर बात करें। अपनी पसंद का खेल खेलें।
-आप अपने बच्चे के गुस्से को कंट्रोल करने के लिए उन्हें मीठी चीजें खाने के लिए दें। चाहे तो डार्क चॉकलेट बच्चे को दे सकते हैं। इसके सेवन से शरीर में हैप्पी हार्मोन सेरोटोनिन और इंडॉरफिंस रिलीज होता है। इससे मूड बेहतर होता है।
- कभी-कभार बच्चे घर में प्यार न मिलने की वजह से भी कुंठित रहते हैं। उनके स्वभाव में बदलाव होता है। इसके लिए रोजाना बच्चे को जादू की झप्पी दें। आसान शब्दों में कहें तो अपने बच्चे को गले लगाएं। बच्चे बेहतर फील करेंगे। इसके बाद बच्चे आपकी बात को जरूर सुनने और समझने की कोशिश करेंगे।
-बच्चे के गुस्से को शांत या कम करने के लिए उनकी बात को जानने की कोशिश करें। अक्सर माता-पिता अपने बच्चे की बात नहीं सुनते हैं, बल्कि अपनी सुनाने की कोशिश करते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। अपने बच्चे की बात सुनें। इसके बाद उन्हें तथ्यों से अवगत कराएं।