Delhi: CWG 2022 में कांस्य जीतने वाली दिव्या को दिल्ली सरकार नहीं देगी कोई पुरस्कार, AAP विधायक ने बताई वजह
Delhi Government Divya Kakran दिल्ली सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2022) विजेता दिव्या काकरान को उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए पुरस्कार से सम्मानित करने से इनकार कर दिया है। इस मामले में आप विधायक सौरभ भारद्वाज का एक बयान सामने आया है।
नई दिल्ली, एजेंसी। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 बर्मिंघम (Commonwealth Games 2022 Birmingham) में कांस्य पदक (Bronze Medal) जीतने वाली दिव्या काकरान की दिल्ली सरकार से मांगों पर आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक सौरभ भारद्वाज ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार दिव्या काकरान को नकद पुरस्कार नहीं दे सकती क्योंकि वह उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं।
उनका बयान भारतीय पहलवान काकरान द्वारा दिल्ली सरकार पर किसी भी तरह की मदद नहीं देने का आरोप लगाने के बाद आया है, जिसके कारण उन्हें उत्तर प्रदेश जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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विधायक बोले- यूपी को रिप्रजेंट करती हैं दिव्या
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिव्या के आरोपों पर विधायक ने कहा कि दिव्या दिल्ली में रहती हैं लेकिन 2016-17 तक केवल राज्य के लिए खेली हैं। उन्हें सम्मान के लिए, सीएम ने 2018 में उन्हें सम्मानपूर्वक बुलाया था। साथ ही उन्होंने कहा कि हम दिव्या को नकद पुरस्कार नहीं दे सकते क्योंकि वह यूपी का प्रतिनिधित्व करती हैं। लेकिन दिल्ली सरकार ने उनका हमेशा सम्मान किया है।
प्रेसवार्ता कर क्या कहा दिव्या काकरान ने?
एक प्रेसवार्ता में दिव्या काकरान ने कहा था कि "मैं 2001 में दिल्ली चली गई और 2006 से मैंने कुश्ती का अभ्यास करना शुरू कर दिया। मैं पिछले 22 वर्षों से गोकलपुर में काम कर रही हूं। मेरे पिता किसी तरह मुझे कुश्ती के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने में कामयाब रहे।" दिव्या ने कहा कि मैंने लड़कों के साथ कुश्ती लड़कर पैसे कमाए। आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार से मुझे कोई सहायता नहीं मिली। मैं यूपी तभी गई जब मेरा परिवार और आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी।
काकरान ने आगे कहा कि उन्होंने दिल्ली के लिए कई पदक जीते हैं। "2011 में मैंने दिल्ली के लिए कांस्य जीता। 2017 तक दिल्ली के लिए 58 पदक जीते। उन्होंने केवल मनोज तिवारी मेरे पास आए और मुझे 3 लाख रुपये दिए, उस पैसे ने मेरी बहुत मदद की।"
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार और 3,11,000 रुपये का चेक प्राप्त किया था। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आप सरकार और पहलवान दिव्या काकरान के बीच मौखिक लड़ाई एथलीटों, युवाओं और तिरंगे का अपमान है।