भारतीय शेयर बाजार में पैसों की 'छप्पर फाड़' बरसात, जून में अब तक FPI ने किया 16000 करोड़ से अधिक का निवेश
FPI Inflow Data June 2023 विदेशी निवेशक फाइनेंशियल ऑटोमोबाइल ऑटो पार्ट्स कैपिटल गुड्स और निर्माण के शेयरों को लेकर बुलिश नजर आ रहे हैं। पिछले चार महीनों से एफपीआई इनफ्लो भारतीय शेयर बाजार में पॉजिटिव है। (फोटो - जागरण फाइल)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की ओर से भारतीय बाजारों को लेकर लगातार सकारात्मक रुझान बना हुआ है। जून की शुरुआत से लेकर अब तक विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर चुके है।
जारी हुए डाटा के मुताबिक, एफपीआई द्वारा एक जून से लेकर 16 जून तक के कारोबारी सत्र में 16406 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने मई में 43,838 करोड़ रुपये का, अप्रैल में 11,631 करोड़ रुपये का और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया था। जनवरी- फरवरी के बीच एफपीआई ने 34,000 करोड़ रुपये भारतीय बाजारों से निकाले थे।
2023 में एफपीआई भारतीय बाजार में शुद्ध खरीदार बन गए हैं। अब तक 45,600 करोड़ रुपये का निवेश भारतीय बाजारों में कर चुके हैं।
भारतीय बाजार में क्यों निवेश कर रहे FPI?
जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि बड़ी संख्या में एफपीआई की ओर से किया गया निवेश इस बात को दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है। साथ ही कॉरपोरेट सेक्टर की आय में भी इजाफा हो रहा है।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के मैनेजर रिसर्च और एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय बाजारों के लगातार बढ़ने के कारण वैल्यूएशन एक चिंता का विषय है और कड़े नियमों के चलते भारत में आने वाले इस विदेशी निवेश के कुछ हिस्से की भी जांच हो सकती है।
किन कारणों से बाजार में तेजी?
अमेरिकी फेड की ओर से जून की मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इससे बाजार को काफी सहारा मिला है। साथ ही भारत में महंगाई कम होना भी बाजार में तेजी की एक वजह है।
किन सेक्टरों में खरीदारी कर रहे FPI?
एफपीआई फाइनेंशियल, ऑटोमोबाइल, ऑटो पार्ट्स, कैपिटल गुड्स और निर्माण के स्टॉक्स में खरीदारी कर रहे हैं। वहीं, आईटी, मेटल, पावर और टेक्सटाइल शेयरों में बिकवाली कर रहे हें।