Move to Jagran APP

Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 897 मिलियन डॉलर घटा, FCA में गिरावट

Foreign exchange reserves fall देश का विदेशी मुद्रा भंडार घट गया है। आरबीआई के मुताबिक पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 89.7 करोड़ डॉलर घट गया। इसके साथ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 572.978 अरब डॉलर हो गया।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Fri, 12 Aug 2022 07:32 PM (IST)Updated: Fri, 12 Aug 2022 07:32 PM (IST)
Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 897 मिलियन डॉलर घटा, FCA में गिरावट
Foreign exchange reserves fall USD 897 million to USD 572 978 billion

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश का विदेशी मुद्रा भंडार घट गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार, पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया। बता दें कि 29 जुलाई को समाप्त पिछले सप्ताह में भंडार 2.315 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ा था। जुलाई को समाप्त पिछले सप्ताह में भंडार में भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार 573.875 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।

loksabha election banner

समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा असेट्स (एफसीए) घटा

आपको बता दें कि 5 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा असेट्स (एफसीए) घटा है। विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (Foreign Currency Assets) विदेशी मुद्रा भंडार का बड़ा घटक होता है। आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में एफसीए 1.611 अरब डॉलर घटकर 509.646 अरब डॉलर हो गया है।

सोने का भंडार 671 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ा

डॉलर के कमजोर होने से एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी यूनिट्स की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, 5 अगस्त को समाप्त सप्ताह में सोने का भंडार 671 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 40.313 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विशेष आहरण अधिकार बढ़ा

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights-SDR) 46 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 18.031 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति समीक्षाधीन सप्ताह में 30 लाख अमेरिकी डॉलर घटकर 4.987 अरब अमेरिकी डॉलर रह गई।

विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी और गिरावट का महत्त्व

विदेशी मुद्रा भंडार में हो रही बढ़ोतरी भारत के बाहरी और आंतरिक वित्तीय मुद्दों के प्रबंधन में सरकार तथा रिजर्व बैंक को बेहतर स्थिति प्रदान करता है। यह आर्थिक मोर्चे पर भुगतान संतुलन (BoP) संकट की स्थिति से निपटने में मदद करता है। रुपया मूल्यह्रास (Rupee Appreciation): बढ़ते भंडार ने डॉलर के मुकाबले रुपए को मजबूत करने में मदद की है। भंडार बाजारों और निवेशकों को विश्वास का एक स्तर प्रदान करेगा, जिससे एक देश अपने बाहरी दायित्वों को पूरा कर सकता है। वहीं, अगर विदेशी मुद्रा भंडार कम होगा तो सब कुछ इसका उल्टा होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.