दिल्ली से लौटते ही नीतीश कुमार से मिले तेजस्वी यादव, बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार जल्द संभव
Bihar Cabinet News बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार पर फैसला कर लौटे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिल्ली में सहयोगी दलों के प्रमुख नेताओं से मिले और सबकुछ तय किया पटना लौटते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Cabinet Expansion: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की कोशिश चल रही है। सभी दलों में शीर्ष स्तर पर चर्चा लगभग पूरी कर ली गई है। सहयोगी दलों के दिल्ली में बड़े नेताओं से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मिलकर आपसी सहमति बना ली है। शनिवार की देर शाम वह पटना लौट आए हैं। उन्होंने कहा भी है कि सबकुछ अंतिम चरण में है। तेजस्वी यादव ने पटना पहुंचते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है।
माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार का काम आगे बढ़ेगा। नई सरकार में अभी मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव ने ही शपथ ली है। अगले चरण में शेष मंत्रियों की शपथ होगी।दिल्ली में तेजस्वी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाकपा नेता डी राजा एवं माकपा नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात कर बिहार में मंत्रिमंडल गठन का मार्ग प्रशस्त किया।
राजद के संभावित मंत्रियों के नाम पर लालू प्रसाद से भी सहमति-स्वीकृति ली। पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने जब तेजस्वी से मंत्रिमंडल गठन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जल्द ही सबकुछ साफ हो जाएगा। अभी इंतजार का मजा लीजिए। मैंने दिल्ली में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ सभी शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सरकार चलाने का आशीर्वाद लिया है।
रोजगार देना हमारी प्राथमिकता
रोजगार और नौकरियों के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि हम तो दे रहे हैं। ङ्क्षकतु जरा उनसे भी पूछ लीजिए कि वे क्या कर रहे हैं। नौकरी दे रहे हैं कि नहीं। हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देना था। आठ साल हो गए। अब तक 16 करोड़ लोगों को रोजगार देना चाहिए था। क्या किया। कितने को दिया।
मंत्रिमंडल का स्वरूप तय
राजद मंत्रियों के नाम तय होने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि सबकुछ फाइनल स्थिति में है। राजद से जुड़े सूत्रों का दावा है कि विधानसभा में स्पीकर का पद राजद को देने पर सहमति बन गई है। नीतीश कुमार की नई सरकार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं। हालांकि अभी 25 से 30 मंत्रियों को ही जगह दी जा सकती है। शेष पद बाद में भरे जाएंगे। 79 विधायकों के साथ राजद सबसे बड़ा दल है। इसलिए उसे मंत्रिमंडल में ज्यादा भागीदारी मिल सकती है।
राजद कोटे से मंत्रियों के नाम पर लालू प्रसाद ने मुहर लगा दी है। विधायकों की संख्या के हिसाब से मंत्री पद का बंटवारा होगा। वामदलों ने सरकार को बाहर से समर्थन देने का एलान कर दिया है। जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को भी सरकार में एक प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। पूर्व की सरकार में भी मांझी के पुत्र संतोष सुमन मंत्री थे। निर्दलीय सुमित सिंह को भी मंत्री बनाया जाना तय है।