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एक नहीं बल्कि 4 तरह की होती हैं हाइब्रिड कारें, क्या इन्हें खरीदना होगा फायदे का सौदा?

Types Of Hybrid car भारत में इलेक्ट्रिक और फ्यूल दोनों ही पावरट्रेन्स के साथ कारें उपलब्ध हैं। हालांकि इन पावरट्रेन्स के साथ भारत में कारों के लिए एक और प्लेटफ़ॉर्म मौजूद है जो हाइब्रिड तकनीक से लैस है

By Atul YadavEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2022 02:57 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 02:57 PM (IST)
एक नहीं बल्कि 4 तरह की होती हैं हाइब्रिड कारें, क्या इन्हें खरीदना होगा फायदे का सौदा?
हाइब्रिड गाड़ियों के कुल प्रकार के बारे में

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। हाइब्रिड कारों का चलन इस समय देश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। चूकिं ये नई टेक्नालॉजी है इसलिए अधितकर लोग इससे अनजान हैं। इस खबर में आपको हाइब्रिड कार कितनी प्रकार की होती हैं और उससे मिलने वाले फायदे के बारे में बताने वाले हैं। बता दें, कुल 4 तरह के हाइब्रिड गाड़ियां आती हैं, जिनका सीधा असर गाड़ी की माइलेज पर पड़ता है।

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Mild Hybrids

4 हाइब्रिड सिस्टम में से एक का नाम है माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम। माइल्ड हाइब्रिड कार में एक इलेक्ट्रिक मोटर और एक बैटरी ऑफर की जाती है। हाइब्रिड सिस्टम में ये टेक्नालॉजी सबसे हल्की पॉवर देने के लिए जानी जाती है। इस कार में भी फ्यूल इंजन होता है और ये इंजन इलेक्ट्रिक मोटर के सपोर्ट के साथ काम करता है। इससे कार का माइलेज बढ़ता जरूर है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं, हालांकि कार के पिकअप में इससे काफी सपोर्ट मिलता है।

Strong Hybrid

स्ट्रांग हाइब्रिड कार में फ्यूल इंजन के साथ एक पॉवरफुल बैटरी पैक लगा हुआ होता है, जिससे गाड़ी की माइलेज बढ़ जाती है। क्योंकि, स्ट्रांग हाइब्रिड कारें लगभग 30-40 की स्पीड में बैटरी से चलती हैं और एक तय स्पीड के बात अपने आप फ्यूल पर चलने लगती हैं। इन गाड़ियों की स्पीड भी काफी अच्छी होती है।

Plug-In Hybrids

प्लग-इन हाइब्रिड से लैस गाड़ियों को PHEV भी कहा जाता है। हालांकि, इन गाड़ियों का चलन देश में उतना नहीं है। प्लग इन हाइब्रिड कारों में भी फ्यूज इंजन और बैटरी पैक दोनों लगा हुआ है। एक बार बैटरी खत्म होने के बाद यह गाड़ी फ्यूल पर चलने लगती है। कुल मिलाकर, इस हाइब्रिड कार को चलाने वाले ग्राहकों को बैटरी खत्म होने की चिंता नहीं रहती है।

Electric Vehicles with Range Extender Hybrids

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर कार की बैटरी लगभग समाप्त होने के बाद ही चालू होता है। यह एक इलेक्ट्रिक जनरेटर की तरह काम करता है। सामान्य तौर पर, रेंज एक्सटेंडर छोटे गैसोलीन मोटर्स होते हैं, जो गाड़ियों को पर्याप्त पॉवर देते हैं। यह हाइब्रिड सिस्टम स्पोर्ट्स कारों में अधिक इस्तेमाल किए जाते हैं और इनकी कीमतें भी काफी महंगी होती हैं।

आपको जानकारी के लिए बता दें, हाइब्रिड कार पेट्रोल डीजल कारों की तुलना में कम प्रदूषण फैलाती हैं। इन कारों की कीमत आम फ्यूल कारों से थोड़ी ज्यादा होती है क्योंकि इसमें इलेक्ट्रिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाता है


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