लेस्टर में हिंसा के विरोध में एकजुट हुईं दक्षिण एशियाई मूल की महिलाएं, शांति और सौहार्द का दिया संदेश
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हिंदू-मुस्लिम समुदाय के पुरुषों के बीच हुई यहां बेवजह हिंसा के विरोध में दक्षिण एशियाई मूल की महिला नेता एकजुट हो रही हैं। महिलाओं ने क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाने की अपील की है।
लंदन, एजेंसी। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हिंदू-मुस्लिम समुदाय के पुरुषों के बीच हुई यहां 'बेवजह हिंसा' के विरोध में दक्षिण एशियाई मूल की महिला नेता एकजुट हो रही हैं। महिलाओं ने क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाने की अपील की है। शनिवार को एक संयुक्त अपील में पूर्वी इंग्लैंड क्षेत्र की दक्षिण एशियाई मूल की महिला नेताओं ने लेस्टर को रहने और काम करने के लिहाज से एक उत्तम स्थान बताया और घृणा आधारित हिंसा के समाधान का आह्वान किया।
भारतीय मूल की रीता पटेल ने पढ़ा संयुक्त बयान
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्र की प्रमुख महिलाएं लेस्टर के टाउन हाल के बाहर एकत्र हुईं जहां भारतीय मूल की काउंसलर रीता पटेल ने संयुक्त बयान पढ़ा। उनका यह बयान नवरात्र पर्व के पूर्व शांति और सौहार्द कायम करने के उद्देश्य से आया है। बयान में कहा गया कि लेस्टर की दक्षिण एशियाई मूल की महिलाएं इस तरह की बेवजह हिंसा का विरोध करती हैं और शहर के लोगों से इसके विरोध में एक साथ आने की अपील करती हैं। इस तरह की हिंसा ने हमारे समुदाय के सद्भाव के ताने बाने को छिन्न-भिन्न किया है। हम अपने शहर में इस तरह की हिंसा और घृणा फैलाने के कृत्य की निंदा करते हैं।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हुई थी हिंसा
मालूम हो कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद लेस्टर में कुछ लोग सड़कों पर उतर आए थे और उसके बाद हुई हिंसा में कई लोग घायल हुए। पुलिस ने घटना की जांच के लिए कई टीमें बनाईं। सीसीटीवी फुटेज की जांच और प्रसारित वीडियो के आधार पर पुलिस ने 47 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह भी पढ़ें- ब्रिटेन की गृह मंत्री ने लीसेस्टर में भड़की हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दिया भरोसा, कही बड़ी बात
यह भी पढ़ें- भारतीयों के खिलाफ हिंसा रोकने में असफल कनाडा से भारत नाराज, कहा- बार-बार कहने पर भी नहीं हो रही कार्रवाई