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लीसेस्टर हिंसा का मास्टमाइंड निकला ब्रिटेन का यूट्यूबर, विहिप ने यूके दूतावास के बाहर किया प्रदर्शन

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए टी-20 मैच के बाद लीसेस्टरशायर में भड़की हिंसा का मास्टरमाइंड ब्रिटेन का एक यूट्यबूर निकला जिसका नाम मोहम्मद हिजाब है। वहीं भारतीयों पर हुए हमले के खिलाफ विहिप ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री लिज ट्रस को पत्र भी लिखा।

By AgencyEdited By: Achyut KumarPublished: Sat, 24 Sep 2022 05:50 PM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2022 05:50 PM (IST)
लीसेस्टर हिंसा का मास्टमाइंड निकला ब्रिटेन का यूट्यूबर, विहिप ने यूके दूतावास के बाहर किया प्रदर्शन
लीसेस्टर हिंसा का मास्टरमाइंड निकला यूट्यूबर (फोटो- एएनआइ)

लीसेस्टर (यूके)/नई दिल्ली, एएनआई। ग्लोबल आर्डर की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में हुई हिंसक घटनाओं में मोहम्मद हिजाब नाम का एक प्रसिद्ध यूके यूट्यूबर मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया है, जिसमें हिंदू समुदाय के सदस्यों पर लक्षित हमले हुए। भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप टी-20 मैच जीतने के बाद पिछले महीने हिंसा का सिलसिला शुरू हो गया था।

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47 लोग गिरफ्तार

पुलिस के बयान के अनुसार, 28 अगस्त को लीसेस्टरशायर में युवकों के समूहों के बीच झड़प हो गई। लीसेस्टरशायर पुलिस ने कहा कि अब तक कुल 47 गिरफ्तारियां की गई हैं। 

कौन है मोहम्मद हिजाब?

ग्लोबल आर्डर ने बताया कि मोहम्मद हिजाब को कई वीडियो में लीसेस्टर में 'गश्ती' का नेतृत्व करते देखा गया था। ब्रिटिश-मिस्र के मोहम्मद हिजाब, जिसकी यूट्यूब और ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बड़ी उपस्थिति है, खुद को राजनीतिक दर्शन और धर्म के दर्शन का शोधकर्ता कहता है। 

हिजाब ने मुस्लिम युवाओं को उकसाया

ग्लोबल आर्डर की रिपोर्ट में कहा गया है, 'जब लीसेस्टर में झड़पें हुईं, तो हिजाब को अक्सर सड़कों पर देखा गया। उसने मुस्लिम युवाओं को अपमानजनक टिप्पणियों के साथ उकसाया।' रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले साल हिजाब ब्रिटेन में यहूदी विरोधी दंगों के दौरान यहूदी समुदाय के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने वाली प्रमुख लोगों में शामिल था। 

भारतीय उच्चायोग ने की हमले की निंदा

इससे पहले, भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसा की खबरें सामने आने के बाद, ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने लीसेस्टर में हुई हिंसा की निंदा की और हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। उच्चायोग ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने इस मामले को ब्रिटेन के अधिकारियों के समक्ष उठाया है।

भारतीय उच्चायोग ने अपने बयान में कहा, 'हम लीसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा और हिंदू धर्म के प्रतीकों और परिसरों में तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। हमने ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ इस मामले को दृढ़ता से उठाया है और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। हम अधिकारियों से आह्वान करते हैं कि वे प्रभावित लोगों को सुरक्षा प्रदान करें।'

ब्रिटेन में भारतीयों पर हमले के खिलाफ विहिप का प्रदर्शन

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य शनिवार को लीसेस्टर, बर्मिंघम और स्मेथविक में भारतीयों के खिलाफ हमलों के विरोध में नई दिल्ली में यूके दूतावास के बाहर एकत्र हुए। संगठन ने यूके सरकार से इस मामले को तुरंत देखने और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भी आग्रह किया। विहिप नेता और सदस्य ब्रिटेन के दूतावास में काम कर रहे अधिकारियों से मिलने के प्रयास में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

विहिप ने ब्रिटेन में रह रहे हिंदू समुदाय पर हुए हालिया हमलों की निंदा की। विहिप प्रमुख आलोक कुमार ने कहा, 'ब्रिटेन में एक सांसद ने सरकार को लिखा कि कोई हिंदू समारोह नहीं होगा। उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।'

विहिप ने लिज ट्रस को लिखा पत्र

इससे पहले बुधवार को, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने लीसेस्टर और बर्मिंघम में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस को लिखे एक पत्र में, विहिप ने कहा था कि वे चल रही हिंसा से चिंतित हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लीसेस्टर के हिंदुओं को निशाना बनाया गया है।

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