ब्रिटेन थिंक टैंक का ऑफर, भारतीयों के लिए हो किफायती वीजा
2016 में ब्रिटेन आने वाले भारतीय मूल के नागरिकों के आंकड़ों में 1.73 फीसद की गिरावट देखी गई जबकि फ्रांस के आंकड़े में 5.3 फीसद का इजाफा हुआ।
लंदन (प्रेट्र)। ब्रिटेन के एक अग्रणी थिंक टैंक ने देश में अधिक से अधिक भारतीयों को आकर्षित करने के लिए अधिक किफायती और नए वीजा के समर्थन में अपना रिसर्च रिलीज किया है।
रॉयल कॉमनवेल्थ सोसायटी ने खुलासा किया कि 2016 में पड़ोसी फ्रांस में 185000 अधिक भारतीय बिजनेस पर्यटक गए और ब्रिटेन को नुकसान झेलना पड़ा। 2016 में ब्रिटेन आने वाले भारतीय मूल के नागरिकों के आंकड़ों में 1.73 फीसद की गिरावट देखी गई जबकि फ्रांस के आंकड़े में 5.3 फीसद का इजाफा हुआ।
इस हफ्ते की शुरुआत में ब्रिटिश सांसदों को सौंपे गए अपने नए ‘ब्रिटेन एंड इंडिया: बिल्डिंग ए न्यू वीजा पार्टनरशिप’ नामक रिसर्च में आरसीएस ने कहा, ‘भारतीय पर्यटकों का यूके मार्केट शेयर 2006 में 4.4 फीसद के आधे से अधिक की कमी हो गयी और यह 2016 में 1.9 फीसद हो गया। 2016 में 600,000 भारतीय पर्यटकों ने फ्रांस का दौरा किया, जो ब्रिटेन की तुलना में 185,000 अधिक थे।‘ आरसीएस द्वारा टूरिस्ट वीजा में आने वाले लागत को कम करने के लिए 2016 में नए यूके-इंडिया द्विपक्षीय वीजा समझौता कैंपेन लांच किया गया। यह रिसर्च इसी कैंपेन का हिस्सा है।
आरसीएस ने कहा, ‘नया यूके इंडिया वीजा एग्रीमेंट प्रस्तावित है इससे दो साल के वीजा की कीमत 388 पाउंड से घटकर मात्र 89 पाउंड हो जाएगा और पर्यटकों को दो साल में कई दौरे की अनुमति दी जाएगी। अप्रैल में होने वाले कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गर्वंमेंट मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे और आरसीएस को उम्मी है कि नये समझौतों की घोषणा के लिए यह उपयुक्त होगा।