ब्रिटेन ने लगाए सनसनीखेज आरोप, कहा- रूस ने की थी उसके आम चुनावों में हस्तक्षेप की कोशिश
ब्रिटेन ने कहा है कि अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते से जुड़े संवेदनशील दस्तावेजों को लीक करके रूस ने 2019 में उसके आम चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी।
लंदन, रायटर। ब्रिटेन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के साथ उसके मुक्त व्यापार समझौते से जुड़े संवेदनशील दस्तावेजों को अवैध रूप से हासिल कर उन्हें ऑनलाइन लीक करके रूस ने 2019 में उसके आम चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। अमेरिका और फ्रांस में चुनावों को प्रभावित करने का भी आरोप झेल चुके रूस ने इस आरोप पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने बताया, सरकारी जांच में पता चला कि रूस ने पिछले साल दिसंबर में हुए चुनावों में बार-बार हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। हालांकि इसका उद्देश्य तत्काल पता नहीं चल सका। इन चुनावों (2019 General Election in UK) में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी ने लेबर पार्टी के उम्मीदवार जेरेमी कॉर्बिन के खिलाफ बड़ी जीत हासिल की थी।
राब (British foreign minister Dominic Raab) ने बताया कि रूस द्वारा ऑनलाइन जारी किए दस्तावेजों का कोई खास प्रभाव नहीं हुआ तो चुनाव से पहले अवैध रूप से हासिल सामग्री को ऑनलाइन प्रमोट करने की कोशिश की गई। बता दें कि राब का यह बयान ऐसे समय आया है जब संसद की खुफिया और सुरक्षा मामलों की समिति ने कहा है कि वह अगले हफ्ते ब्रिटिश राजनीति में रूसी प्रभाव पर काफी समय से लंबित रिपोर्ट प्रकाशित करेगी।
उल्लेखनीय है कि यह रिपोर्ट ऐसे समय सामने आई है जब अमेरिका के रूस से रिश्ते अच्छे नहीं हैं और ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा ने रूस पर कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण से जुड़े शोध की जानकारियों को चोरी करने की कोशिश का आरोप लगाया है। तीनों देशों ने कहा है कि एपीटी 29 नाम का डाटा हैकिंग ग्रुप रूसी खुफिया सेवा का हिस्सा है। वह उन संस्थाओं के डाटा पर हमला कर रहा है जो कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया से जुड़ी हैं। हालांकि रूस ने इस आरोप का खंडन किया है।