ब्रिटिश पब में आजीवन प्रतिबंधित हुए ऋषि सुनक, स्कूली बच्चों के लिए मुफ्त भोजन के खिलाफ किया था मतदान
छुट्टी के दौरान बच्चों के लिए मुफ्त स्कूल भोजन के लिए हुए मतदान में हिस्सा लेने के बाद उनके खिलाफ यह कदम उठाया गया है। सरकार ने मुफ्त स्कूली भोजन बढ़ाने के खिलाफ मतदान किया है। यह निंदनीय है।
लंदन, प्रेट्र। यूके चांसलर ऋषि सुनक को उनके क्षेत्र के एक स्थानीय पब और रेस्तरां ने जीवन भर के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। चांसलर के साथ उनके साथी और सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी के तीन संसद सदस्य भी प्रतिबंधित किए गए हैं। छुट्टी के दौरान बच्चों के लिए मुफ्त स्कूल भोजन के लिए हुए मतदान में हिस्सा लेने के बाद उनके खिलाफ यह कदम उठाया गया है।
स्कूली बच्चों के लिए मुफ्त भोजन को लेकर हाउस ऑफ कामंस में मतदान हुआ था
उत्तरी यार्कशायर में मिल पब और उससे जुड़ा आइवन मुलिनो रेस्तरां सुनक के क्षेत्र रिचमंड के अंतर्गत आता है। इस सप्ताह के शुरू में हाउस ऑफ कामंस में मतदान के तुरंत बाद ही पब-रेस्तरां ने फेसबुक का सहारा लिया। सदन में इंग्लैंड टीम फुटबालर मार्कस रशफोर्ड द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत स्कूली बच्चों के लिए सरकार के अस्थायी मुफ्त भोजन को बढ़ाने को लेकर मतदान हुआ था।
सरकार ने मुफ्त स्कूली भोजन के खिलाफ मतदान कर निंदनीय कार्य किया
पब-रेस्तरां के मालिक अलेक्स कूक ने गुरुवार को फेसबुक पोस्ट में कहा, 'सरकार ने मुफ्त स्कूली भोजन बढ़ाने के खिलाफ मतदान किया है। यह निंदनीय है। मैट विकर्स, सिमोन क्लर्क, जैकब युंग, ऋषि सुनक सभी ने योजना के खिलाफ मतदान किया.. निंदनीय। चारों को अब पूरे जीवन के लिए मिल एंड आइवन मुलिनो में प्रतिबंधित किया जाता है।'
ऋषि सुनक ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं
ऋषि सुनक ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं। वे एक शांत और स्थिर प्रकृति के व्यक्ति माने जाते हैं।फिलहाल सुनक ब्रिटेन के चासंलर ऑफ द एक्सचेकर यानि कि वित्त मंत्री हैं, लेकिन क्या वे ब्रिटेन में वे अगले प्रधानमंत्री के प्रबल दावेदार हैं। बोरिस जॉनसन का उत्तराधिकारी तय होने में फिलहाल काफी समय है, लेकिन ब्रिटेन में इस तरह की चर्चाएं बेवजह नहीं उड़ा करतीं. फिर भी जिस तरह से सुनक की लोकप्रियता बढ़ रही है।
सबसे कठिन समय से गुजर रहे हैं सुनक
40 साल के सुनक इस समय एक वित्त मंत्री के तौर पर सबसे कठिन समय से गुजर रहे हैं। ब्रिटेन में लॉकडाउन खुलने जा रहा है। ऐसे में पिछले तीन महीने से ठंडी पड़ चुकी अर्थव्यवस्था में सुनक को जान फूंकनी हैं। उनकी कोशिश होगी कि वे लोगों में इतना विश्वास भर सकें जिससे लोग काम पर लौटें और खर्च करना शुरू कर सकें।इसके अलावा बेरोजगारी की समस्या भी गंभीर होती जा रही है।