पूर्व जासूस पर हमला: पुतिन के भ्रष्ट सहयोगियों को बनाया जा सकता है निशाना
जॉनसन ने जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं, वो ऐसे लोग हैं जो अपने पैसों की बदौलत रूसी राष्ट्रपति पुतिन से जुड़े हुए हैं।
लंदन, रायटर्स। रूस के पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमले को लेकर ब्रिटेन लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहा है। इस ताजा घटना को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। अब विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भ्रष्ट सहयोगियों को भी इस मामले में ब्रिटिश पुलिस द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।
जॉनसन ने जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं, वो ऐसे अमीर लोग हैं जिन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से संबंधों की बदौलत पूंजी जमा किए हैं। आपको बता दें कि एक दिन पहले बुधवार को ही ब्रिटेन ने इस हमले को लेकर 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का एलान किया है।
रूस के पूर्व जासूस रहे 66 वर्षीय सर्गेई स्क्रिपल और उनकी 33 वर्षीय बेटी यूलिया पर हाल ही में नर्व एजेंट से हमला किया गया था। दोनों पांच मार्च को एक शॉपिंग सेंटर के बेंच पर बेहोशी की हालत में मिले थे। फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
हालांकि रूस ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इंकार किया है। मगर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देने के मामले में रूस जिम्मेदार है। उन्होंने जानकारी दी कि इस हमले में जिस रसायन का इस्तेमाल किया गया है, वह नर्व एजेंट का ही रूप है जिसे नोविचोक के नाम से जाना जाता है। यह उन नर्व एजेंटों के समूह का हिस्सा है, जिसे सोवियत संघ ने 1970 से 1980 के बीच गोपनीय तरीके से विकसित किया था।