दुनिया की सबसे बड़ी किंग पेंगुइन की कॉलोनी 88 फीसद घटी
अध्ययन के मुताबिक, उस वक्त वहां पांच लाख से ज्यादा प्रजनन जोड़े और 20 लाख से भी ज्यादा पेंगुइन थे। अब यहां केवल 60 हजार जोड़े रह गए हैं।
लंदन [प्रेट्र]। बीते 35 वर्षो में किंग पेंगुइन की दुनिया की सबसे बड़ी कॉलोनी 88 फीसद तक सिकुड़ी है। वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं जान सके हैं कि पेंगुइन की इस सबसे बड़ी प्रजाति की संख्या में इतनी भारी गिरावट का क्या कारण है। दक्षिण महासागर में एक द्वीप आल ऑक्स कोचंस वर्ष 1960 से किंग पेंगुइन की दुनिया की सबसे बड़ी कॉलोनी है। यहां पेंगुइन की इस प्रजाति की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। इसके अलावा सभी पेंगुइन प्रजातियों की बात करें तो यह दूसरी सबसे बड़ी कॉलोनी है।
हालांकि, इसके पहुंच से बेहद दूर होने के कारण बीते दशकों में इसके आकार में परिवर्तन की जानकारी नहीं मिल पाई थी। अब फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च (सीएनआरसी) और फ्रेंच पोलर इंस्टीट्यूट (आइपीईवी) के शोधकर्ताओं ने सेटेलाइट से प्राप्त हाई-रेजॉलूशन तस्वीरों के जरिये इस कॉलोनी के आकार में बदलाव का पता लगाया है। इससे पहले वर्ष 1982 में वैज्ञानिकों का एक दल यहां गया था।
अंटार्कटिक साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, उस वक्त वहां पांच लाख से ज्यादा प्रजनन जोड़े और 20 लाख से भी ज्यादा पेंगुइन थे। अब यहां केवल 60 हजार जोड़े रह गए हैं। शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए 1960 से अब तक इनके द्वारा घेरे गए इलाके पर ध्यान केंद्रित किया। इसमें सामने आया कि यहां इनकी कॉलोनी तेजी से सिकुड़ी है। इनके स्थानों की जगह वनस्पतियों ने ले ली है। अंटार्कटिक सर्कंपोलर अभियान के दौरान हेलीकॉप्टर के जरिये ली गईं तस्वीरों से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि इनकी आबादी घटी है।