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सोमालियाई मूल का है ब्रिटिश सांसद की हत्या करने वाला, पिता ने कहा- बेटे की करतूत को लेकर हैं अवाक

सांसद एमेस की हत्या शुक्रवार को अपने चुनाव क्षेत्र में स्थित चर्च में उस समय हुई थी जब वह लोगों की समस्याएं जानने के लिए उनके बीच में थे। जिस स्थान पर घटना हुई वह लंदन से 62 किलोमीटर दूर समुद्र के किनारे का इलाका है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 07:48 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 07:48 PM (IST)
सोमालियाई मूल का है ब्रिटिश सांसद की हत्या करने वाला, पिता ने कहा- बेटे की करतूत को लेकर हैं अवाक
सांसदों की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही ब्रिटेन सरकार

लीग-आन-सी, एपी। ब्रिटेन में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के सांसद डेविड एमेस की चाकू प्रहार से हत्या करने वाला 25 वर्षीय युवक का नाम अली हर्बी अली है और वह सोमालियाई मूल का है। उसके पिता हर्बी अली कुलेन सोमालिया के प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे हैं। वह अपने बेटे की करतूत से अवाक हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बेटे के दिमाग में आतंकवादी विचारधारा कब घर कर गई।

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अली कुलेन ने कहा, वह बुरी तरह से आहत हैं। यह ऐसी घटना है जिसकी उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी। ब्रिटिश मीडिया के अनुसार सांसद के हत्या मामले में गिरफ्तार हुआ अली हर्बी ब्रिटिश नागरिक भी हो सकता है।

सांसद एमेस की हत्या शुक्रवार को अपने चुनाव क्षेत्र में स्थित चर्च में उस समय हुई थी जब वह लोगों की समस्याएं जानने के लिए उनके बीच में थे। जिस स्थान पर घटना हुई, वह लंदन से 62 किलोमीटर दूर समुद्र के किनारे का इलाका है।

पुलिस ने सांसद की हत्या को आतंकी वारदात करार दिया है। इस घटना के बाद ब्रिटिश सरकार सांसदों की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही है। गृह मंत्री प्रीति पटेल ने रविवार को इस आशय की जानकारी दी है। जल्द ही इस बाबत फैसले की घोषणा हो सकती है। पांच साल पहले लेबर पार्टी की सांसद जो काक्स की भी अपने चुनाव क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

बता दें कि ताबड़तोड़ चाकू प्रहार से 69 वर्षीय एमेस के शरीर पर गहरे घाव हो गए थे जिनसे अंदरूनी भागों को हुए नुकसान और रक्तस्त्राव से उनकी कुछ ही देर में मौत हो गई थी।

गौरतलब है कि डेविड एमेस 1983 से सांसद थे। वह अक्‍सर अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों की समस्‍याएं सुनने आते थे। वह शुक्रवार को भी क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनने के लिए ही आए थे। उन्हें पशु कल्याण और जीवन उपयोगी कार्यो के लिए भी जाना जाता था। 


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