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'द इंग्लिश पेशेंट' को गोल्डन बुकर प्राइज, पांच दशकों का सर्वश्रेष्‍ठ बुकर विजेता

वर्ष 1996 में इस उपन्‍यास पर बनी फिल्‍म ने जीते कुल नौ पुरस्‍कार।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 09 Jul 2018 04:03 PM (IST)Updated: Mon, 09 Jul 2018 04:15 PM (IST)
'द इंग्लिश पेशेंट' को गोल्डन बुकर प्राइज, पांच दशकों का सर्वश्रेष्‍ठ बुकर विजेता
'द इंग्लिश पेशेंट' को गोल्डन बुकर प्राइज, पांच दशकों का सर्वश्रेष्‍ठ बुकर विजेता

लंदन (आइएएनएस)। श्रीलंका में जन्मे कनाडाई कवि व उपन्यासकार माइकल ओंडाटेस की रचना 'द इंग्लिश पेशेंट' को पिछले पांच दशकों में बुकर प्राइज जीतने वाला सर्वश्रेष्ठ उपन्यास घोषित किया गया है। दुनिया के प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों में शुमार मैन बुकर प्राइज की 50वीं सालगिरह पर 'द इंग्लिश पेशेंट' को गोल्डन बुकर अवार्ड से नवाजा गया। इस उपन्यास को 1992 में बैर अन्सवर्थ के 'सेक्रेड हंगर' के साथ बुकर प्राइज मिला था।

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उपन्यास में एक ऐसे युवक की कहानी कही गई है जो दूसरा विश्व युद्ध समाप्त होने के दौरान एक विमान हादसे में बुरी तरह घायल हो जाता है। हैना नाम की एक नर्स उसकी देखभाल करती है और उसकी पिछली जिंदगी के कई घटनाक्रमों का पता लगाती है। गोल्डन बुकर का विजेता चुनने के लिए जजों का एक पैनल बनाया गया था।

जजों ने पहले हर दशक का सर्वश्रेष्ठ बुकर विजेता चुना। इनमें 'इन ए फ्री स्टेट' 'मून टाइगर', 'द इंग्लिश पेशेंट', 'वुल्फ हॉल' और 'लिंकन इन द बार्डो' शामिल थे। इसके बाद जनता ने वोट देकर इन पांचों में से ‘द इंग्लिश पेशेंट’ को गोल्डन बुकर विजेता चुना। वर्ष 1996 में इस उपन्यास पर बनी फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक समेत नौ ऑस्कर पुरस्कार मिले थे।


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