पर्यावरण बचाने के लिए जंगल बचाना ही सबसे सही विकल्प
वैज्ञानिक वैश्विक तापमान कम करने के रास्ते तलाशने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में जैविक ईंधन पर आधारित ऐसे पावर स्टेशन बनाने की बात की जा रही है जो कार्बन का उपभोग करते हैं।
लंदन [प्रेट्र]। पूरी दुनिया इस समय ग्लोबल वार्मिंग (पृथ्वी के तापमान में लगातार हो रही वृद्धि) को लेकर चिंता में है। पर्यावरण संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निरंतर बैठकों का दौर चल रहा है। वैज्ञानिक वैश्विक तापमान कम करने के रास्ते तलाशने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में जैविक ईंधन पर आधारित ऐसे पावर स्टेशन बनाने की बात की जा रही है जो कार्बन का उपभोग करते हैं।
इन पावर स्टेशन में ईंधन के लिए जंगल काटकर फसल उगाने का सुझाव दिया गया है, लेकिन वैज्ञानिक इसे वातावरण के लिए खतरनाक बता रहे हैं। उनका कहना है कि इससे घटने की बजाय कार्बन डाइ आक्साइड की मात्रा बढ़ और जाएगी। बता दें कि बायोमास एनर्जी विद कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज पॉवर स्टेशन को ऊर्जा उत्पादन और निकलने वाली कार्बन डाइ आक्साइड को जमीन के अंदर स्टोर करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह स्टेशन जैविक ईंधन से चलते हैं।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सटर में हुए अध्ययन में सामने आया है कि बायो पावर स्टेशन के लिए ईंधन वाली फसल उगाने के लिए जंगलों को साफ करना खतरनाक होगा। उनका कहना है कि इससे अधिक कार्बन डाइ आक्साइड वातावरण में पैदा हो जाएगी। उससे सही विकल्प तो जंगल ही हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सटर के अन्ना हार्पर का कहना है कि वर्तमान लक्ष्य के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए वैश्विक तापमान में वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से कम रखना है, लेकिन इसे पाने के लिए जितने जैविक ईंधन की आवश्यकता है, वह भारत के कुल भूभाग से दोगुने क्षेत्रफल में उगेगा। ऐसे में शोधकर्ताओं का ध्यान इस ओर गया कि इसे पाने के लिए वैश्विक भूमि में कितना परिवर्तन आएगा।
प्रयोग से सामने आया ये
शोधकर्ताओं ने बायो पावर स्टेशन के लिए कंप्यूटर का प्रोटोटाइप बनाकर प्रयोग किया जिसमें वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री तक नियंत्रित किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि बायो पावर स्टेशन से वातावरण में कार्बन की मात्रा और बढ़ जाएगी खासकर वहां जहां जैविक फसलों के लिए जंगलों को साफ किया जाएगा। यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सटर के टॉम पावेल का कहना है कि बायो पावर स्टेशन कुछ स्थानों पर सही विकल्प हो सकते हैं लेकिन जंगलों का संरक्षण ही बेहतर विकल्प है। बायो पावर स्टेशन ईंधन की गुणवत्ता पर कार्य करते हैं। भविष्य में ये बेहतर विकल्प हों लेकिन वर्तमान में जंगल बचाने से ही पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है।