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Study on Vaccines: कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से बचाती है फाइजर और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन

सबसे पहले भारत में सामने आए कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के सबसे पहले ब्रिटेन में सामने आए अल्फा स्वरूप की तुलना में गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक है लेकिन फाइजर और एस्ट्राजेनेका के टीके डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ संरक्षण प्रदान करने में कारगर हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 12:24 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 12:24 AM (IST)
Study on Vaccines: कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से बचाती है फाइजर और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन
वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद अस्पताल जाने की नौबत बहुत कम आती है

लंदन, प्रेट्र। सबसे पहले भारत में सामने आए कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के सबसे पहले ब्रिटेन में सामने आए अल्फा स्वरूप की तुलना में गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक है, लेकिन फाइजर और एस्ट्राजेनेका के टीके डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ संरक्षण प्रदान करने में कारगर हैं। वैक्सीन की दो डोज डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ अधिक सुरक्षा प्रदान करती है और इसके संक्रमण के बाद भी अस्पताल में भर्ती होने की नौबत बहुत कम आती है। नवीनतम अध्ययन में यह दावा किया गया है।

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लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक फाइजर की वैक्सीन ज्यादा प्रभावी 

लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक पब्लिक हेल्थ स्काटलैंड और यूनिवर्सिटी आफ एडिनबर्ग, ब्रिटेन के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि दोनों वैरिएंट के खिलाफ फाइजर-बायोएनटेक का टीका आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके की तुलना में बेहतर संरक्षण प्रदान करता है। आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके का भारत में कोविशील्ड नाम से उत्पादन हो रहा है। डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में सामने आया था, जबकि अल्फा वैरिएंट ब्रिटेन के केंट में पहली बार मिला था।

सार्स-कोव-2 के संक्रमण के 19,543 मामलों का किया गया अध्ययन

इस अध्ययन में एक अप्रैल से छह जून तक के आंकड़ों का अध्ययन किया गया है। अध्ययन दल ने इस अवधि में सार्स-कोव-2 के संक्रमण के 19,543 मामलों का अध्ययन किया जिनमें से 377 लोगों को स्काटलैंड में कोविड-19 के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इनमें से 7,723 सामुदायिक मामलों और अस्पताल में भर्ती मरीजों के 134 मामलों में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप का पता चला।

फाइजर अल्फा के खिलाफ 92 फीसद सुरक्षित, एस्ट्राजेनेका डेल्टा के खिलाफ 60 प्रतिशत सुरक्षित

अध्ययन में पता चला कि फाइजर के टीके ने दूसरी खुराक के दो सप्ताह बाद अल्फा स्वरूप के खिलाफ 92 प्रतिशत संरक्षण और डेल्टा के खिलाफ 79 प्रतिशत संरक्षण प्रदान किया। इसी तरह एस्ट्राजेनेका का टीका डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 60 प्रतिशत सुरक्षित और अल्फा स्वरूप के खिलाफ 73 प्रतिशत सुरक्षित पाया गया।

टीके की दोनों खुराक डेल्टा स्वरूप के खिलाफ एक खुराक की तुलना में अधिक सुरक्षित

अध्ययनकर्ताओं ने यह भी पता लगाया कि टीके की दोनों खुराक कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के खिलाफ एक खुराक की तुलना में अधिक सुरक्षा कवच प्रदान करती हैं।


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