Rishi Sunak बोले, जॉनसन मेरे फोन और मैसेज का नहीं देते जवाब; राजनीतिक लोगों से नैतिक व्यवहार की होती है अपेक्षा
प्रधानमंत्री पद के चुनाव में विदेश मंत्री लिज ट्रस से मुकाबिल सुनक ने यह बात दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों को संबोधित करते हुए कही। वहां पर वह प्रतिद्वंद्वी ट्रस के साथ पार्टीजनों के बीच थे।
लंदन, एजेंसी। UK Politics: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के मुकाबले में शामिल भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने हैरतअंगेज रहस्योद्घाटन किया है। कहा है कि जब से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है तभी से कार्यवाहक प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन न उनके फोन काल उठा रहे और न ही उनके मैसेज का जवाब दे रहे। यह जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने दी।
प्रधानमंत्री पद के चुनाव में विदेश मंत्री लिज ट्रस से मुकाबिल सुनक ने यह बात दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों को संबोधित करते हुए कही। वहां पर वह प्रतिद्वंद्वी ट्रस के साथ पार्टीजनों के बीच थे।
कोरोना संक्रमण के दौर में प्रधानमंत्री निवास पर हुई पार्टी की जांच से संबंधित एक सवाल के जवाब में सुनक ने कहा, वह जांच संसदीय प्रक्रिया के तहत हुई थी, न कि सरकार की जांच थी। व्यक्तिगत रूप से वह सांसदों की समिति द्वारा की जाने वाली जांच का सम्मान करते हैं। उसके समक्ष सभी तथ्यों को रखने के पक्षधर हैं।
सार्वजनिक जीवन में नैतिकता के उच्च मानदंडों के पालन के पक्षधर: सुनक
सुनक ने कहा, वह व्यक्तिगत रूप से सार्वजनिक जीवन में नैतिकता के उच्च मानदंडों के पालन के पक्षधर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रधानमंत्री को तत्काल एक स्वतंत्र सलाहकार की नियुक्ति करनी चाहिए थी जो उन्हें पूरे मामले में उचित सलाह देता।
इसके साथ ही सुनक ने कहा कि राजनीति से जुड़े लोगों से लोगों को उच्च नैतिक मानदंडों की अपेक्षा होती है, इसलिए उनका पालन होना चाहिए। विदित हो कि सुनक ने जुलाई में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसका कारण उन्होंने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था की स्थिति और प्रधानमंत्री के दावों में अंतर बताया था।
चुनावी वादों में हवा-हवाई योजनाएं नहीं कर सकते पेश
वहीं, इसके पहले ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने दो टूक कहा था कि झूठे वादों के दम पर जीतने के बजाय वे कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व की दौड़ हारना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा था कि देश के आर्थिक हालात को सुधारने के लिए वे हवा-हवाई योजनाएं पेश नहीं कर सकते।