Move to Jagran APP

प्रिंस विलियम ने Coronavirus का टीका बना रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की लैब का किया दौरा

प्रिंस विलियम ने शोधकर्ताओं के काम के बारे में अधिक जानने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस वैक्सीन डेवलपमेंट फैसिलिटी का दौरा किया।

By TaniskEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 09:39 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 09:39 AM (IST)
प्रिंस विलियम ने Coronavirus का टीका बना रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की लैब का किया दौरा
प्रिंस विलियम ने Coronavirus का टीका बना रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की लैब का किया दौरा

लंदन, एपी। प्रिंस विलियम ने कोरोना वायरस का वैक्सीन बना रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की लैब का दौरा किया। उन्होंने यहां का दौरा शोधकर्ताओं के काम के बारे में अधिक जानकारी के लिए किया। उन्होंने बुधवार को निर्माण प्रयोगशाला का दौरा किया, जहां प्रायोगिक वैक्सीन का उत्पादन हुआ है। इसके अलावा उन्होंने एक प्रयोगशाला का दौरा किया, जहां शोधकर्ताओं द्वारा क्लीनिकल ट्रायल के सैंपल की जांच की जा रही है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि टेस्ट 23 अप्रैल से शुरू हुआ। ब्रिटेन में 10,000 लोगों पर टीके का परीक्षण होगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोरोना के खिलाफ यह कितना कारगर है। इस सप्ताह ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में भी परीक्षण शुरू हुए हैं। बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 94 लाख से ज्यादा हो गई है,  वहीं इस महामारी से अब तक 4 लाख 82 हजार लोग जान गंवा चुके हैं। 

अन्य देशों में टीका बनाने और ट्रायल का काम जारी

ऑक्सफोर्ड ने फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ एक ग्लोबल लाइसेंसिंग एग्रीमेंट पर सहमति व्यक्त की है, जिसमें संभावित वैक्सीन का उत्पादन और आपूर्ति करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के साथ अन्य लोगों के बीच डील हुई है। शोधकर्ताओं का लक्ष्य अंततः कम-आय वाले देशों सहित गैर-लाभकारी आधार पर वैक्सीन को वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराना है। अन्य देशों में टीका बनाने और ट्रायल का काम जारी है, जिनमें अमेरिका और फ्रांस शामिल हैं।

टीके के परीक्षण में शामिल लोगों से प्रिंस विलियम ने की बात

प्रिंस विलियम को वैक्सीन के विकास और परीक्षण का नेतृत्व करने वाले शोधकर्ताओं द्वारा जानकारी दी गई और उन्होंने उन लोगों के साथ भी बात की जो परीक्षण में भाग ले रहे थे। मंगलवार को उन्होंने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात की और महामारी के लिए वैश्विक प्रतिक्रिया में ब्रिटिश विज्ञान की भूमिका के बारे जानकारी ली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.