Move to Jagran APP

72वें स्वतंत्रता दिवस पर ब्रिटेन ने भारत को लौटाई 12वीं सदी की बुद्ध प्रतिमा, 57 साल पहले चोरी हुई थी

चांदी की कलमकारी वाली यह कांस्य मूर्ति 1961 में नालंदा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान के एक संग्रहालय से चुराई गई थी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Wed, 15 Aug 2018 08:54 PM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 12:20 AM (IST)
72वें स्वतंत्रता दिवस पर ब्रिटेन ने भारत को लौटाई  12वीं सदी की बुद्ध प्रतिमा, 57 साल पहले चोरी हुई थी
72वें स्वतंत्रता दिवस पर ब्रिटेन ने भारत को लौटाई 12वीं सदी की बुद्ध प्रतिमा, 57 साल पहले चोरी हुई थी

लंदन, प्रेट्र। बिहार के नालंदा स्थित एक संग्रहालय से करीब 60 साल पहले चुराई गई गौतम बुद्ध की 12वीं सदी की कांस्य प्रतिमा ब्रिटेन ने भारत को लौटा दी है। स्कॉटलैंड यार्ड ने बुधवार को इंडिया हाऊस में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में यह प्रतिमा ब्रिटेन में भारत के राजदूत वाईके सिन्हा को सौंपी। सिन्हा ने 'अनमोल बुद्ध' की मूर्ति लौटाए जाने को एक अच्छा कदम बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसे अब मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा। ब्रिटेन के कला, धरोहर एवं पर्यटन मंत्री माइकल एलीस ने इसके लिए कला एवं पुरावशेष इकाई की सराहना की है।

prime article banner

चांदी की कलमकारी वाली यह कांस्य मूर्ति 1961 में नालंदा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान के एक संग्रहालय से चुराई गई 14 मूर्तियों में एक है। लंदन में नीलामी के लिए सामने लाए जाने से पहले यह बरसों तक विभिन्न हाथों से गुजरी।

मेट्रोपोलिटन पुलिस के अनुसार डीलर और मालिक को इस मूर्ति के बारे में बताया गया कि यह वही मूर्ति है, जो भारत से चुराई गई थी। तब उन्होंने पुलिस की कला एवं पुरावशेष इकाई के साथ सहयोग किया और भारत को लौटाने पर राजी हो गए। उल्लेखनीय है कि इस साल मार्च में एक व्यापार मेले में 'एसोसिएशन फॉर रिसर्च इंटू क्राइम्स अगेंस्ट' की लिंडा अल्ब‌र्ट्सन और 'इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट' के विजय कुमार की इस प्रतिमा पर नजर पड़ी और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.