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शोध में आया सामने, मोटापे से पुरुषों में नपुंसकता का खतरा

एक शोध में सामने आया है कि यदि कोई व्यक्ति अधिक मोटा है तो वो नंपुसकता का शिकार हो सकता है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 03:27 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 03:27 PM (IST)
शोध में आया सामने, मोटापे से पुरुषों में नपुंसकता का खतरा
शोध में आया सामने, मोटापे से पुरुषों में नपुंसकता का खतरा

नई दिल्ली[जागरण स्पेशल]। यदि आप मोटे हैं तो ये खबर आपके काम की है। आपका वजन आपकी ऊंचाई के अनुसार नहीं है तो आपको तुरंत ही उसके बारे में सोचने की जरूरत है। यदि आपने तुरंत ही इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया तो आने वाले समय में आपको इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। एक ताजा शोध में ये बात सामने आई है कि यदि आप मोटे हैं तो आपमें नपुंसकता का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

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एक ताजा शोध में पाया गया है कि पिछली एक सदी में पुरुषों में नपुंसकता तेजी से बढ़ी है। इसके लिए बदलती जीवनशैली, खानपान की अनियमितता और शारीरिक गतिविधियों में कमी जैसे कारण जिम्मेदार पाए गए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिम की खानपान की शैली ने पुरुषों में मोटापा बढ़ाने का काम किया है, जो नपुंसकता के खतरे को और बढ़ा देता है।

वैज्ञानिकों ने बताया कि इस परेशानी से बचने के लिए पुरुषों को शारीरिक रूप से ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहने और खेलों में हिस्सा लेने की कोशिश करनी चाहिए। खानपान में फल व सब्जी की मात्रा बढ़ाने और साबुत अनाज के सेवन से भी फायदा होता है।

उधर एक दूसरी ओर वैज्ञानिकों ने ऐसा वचरुअल बायोप्सी डिवाइस तैयार किया है जो स्वस्थ त्वचा और अलग-अलग बीमारियों से ग्रस्त त्वचा के बीच अंतर करने में सक्षम है। इसकी मदद से चीरफाड़ किए बिना ही त्वचा कैंसर की जांच संभव है। बिना काटे ही जांच करने के लिए इस डिवाइस में वैज्ञानिक ध्वनि तरंगों और नियर-इन्फ्रारेड प्रकाश का इस्तेमाल करते हैं।

शोधकर्ता फ्रेडरिक सिल्वर ने बताया कि इस प्रक्रिया में बमुश्किल 15 मिनट का समय लगता है और मरीज को किसी तरह की असुविधा नहीं होती। इसमें ध्वनि तरंगों की मदद से घाव की सघनता और सख्ती का आकलन किया जाता है क्योंकि कैंसर कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तुलना में ज्यादा सख्त होती हैं। एक छोटा सा स्पीकर ध्वनि तरंगों की मदद से यह पता लगाने में सक्षम है कि गांठ कैंसर की है या नहीं। इससे कैंसर का पता लगाने में आसानी होगी और मरीज को जल्द आराम मिल सकेगा। इस बीमारी के बारे में भी पता चल जाएगा।  

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