माल्या ने भारतीय करदाताओं का हवाला देकर रोना रोया
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर भारतीय करदाताओं के धन को बर्बाद करने का आरोप लगाया है।
लंदन, प्रेट्र। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर भारतीय करदाताओं के धन को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। कहा, वह बैंकों से लिया कर्ज वापस करने को तैयार है, फिर स्टेट बैंक के नेतृत्व में भारतीय बैंक लंदन में महंगी कानूनी लड़ाई में पैसा बर्बाद कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि माल्या स्टेट बैंक समेत कई भारतीय बैंकों के नौ हजार करोड़ रुपये चुकाए बगैर ब्रिटेन चला गया था। भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण के लिए कोशिश कर रही है।
हाल ही में ब्रिटिश हाई कोर्ट ने माल्या के आइसीआइसीआइ बैंक की लंदन शाखा में जमा 2,60,000 पाउंड (करीब 235 करोड़ रुपये) निकालने पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने माल्या के वकील की यह दलील भी नहीं मानी कि उनके मुवक्किल को अपने रोजमर्रा के खर्चो के लिए इस धनराशि की जरूरत है। इस धनराशि को प्राप्त करने का आदेश देने के लिए स्टेट बैंक की अगुआई वाले बैकों के कसोर्टियम ने ब्रिटिश कोर्ट में अर्जी दी थी।
माल्या ने शुक्रवार को ट्विटर के जरिये कहा कि स्टेट बैंक की अगुआई में भारतीय बैंक गलत तरीके से ब्रिटिश कोर्ट में गए थे। उनके वकीलों ने कोर्ट से अपनी बकाया धनराशि वसूलने के लिए आइसीआइसीआइ बैंक की लंदन शाखा में जमा धन जब्त करने की अनुमति मांगी थी। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कह चुके हैं कि नौ हजार करोड़ के बदले उनकी एजेंसियां 13 हजार करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुकी हैं। माल्या ने कहा है कि इससे स्पष्ट है कि अब उन पर कोई कर्ज बकाया नहीं है। जब कर्ज बकाया नहीं है तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि स्टेट बैंक की अगुआई वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने माल्या की पूरी दुनिया में मौजूद संपत्तियों की जब्ती के लिए आदेश प्राप्त कर लिया है। इस दिशा में अब वे प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं।